लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री उप्र अखिलेश यादव द्वारा पुरानी पेंशन बहाल किए जाने के मुद्दे को अपने चुनावी घोषणा पत्र में डालने की बात कहने से पूरे प्रदेश के कर्मचारियों में खुशी का माहौल व्याप्त है। चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के प्रधान महासचिव और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश प्रवक्ता अशोक कुमार ने इसका स्वागत किया है। अशोक ने कहा कि सरकार को कर्मचारियों के हित में काम करने चाहिए। क्योंकि कर्मचारी सरकार के ही बनाए विभागों में काम करके आमजन की सेवा करता है।
अशोक ने कहा कि यदि पश्चिम बंगाल में पुरानी पेंशन मिल सकती है तो उत्तर प्रदेश में पुरानी पेंशन क्यों नहीं मिलेगी जब तक पुरानी पेंशन नहीं मिलेगी तब तक हम लोग का संघर्ष जारी रहेगा और हमारे प्रदेश के सभी कर्मचारियों से अधिकारियों से अपील है के कर्मचारी विरोधी राजनीति करने वाले संगठनों को पहचाने उनको समय पर माकूल जवाब दें जो हम लोगों की पुरानी पेंशन की बात करेगा हम उसी को आने वाले विधानसभा चुनाव में वोट देंगे और यह पूरे प्रदेश के सभी कर्मचारी दृढ़ निश्चय कर लिए हैं, कोई भी पीछे नहीं हटेगा अबकी विधानसभा चुनाव कर्मचारियों के पुरानी पेंशन बहाली पर ही होगा पूरे प्रदेश के 14 लाख कर्मचारी उनके परिवार के लोग उनके हित मित्र दोस्त लोग सब उसी को वोट देंगे जो हमारी पुरानी पेंशन की बात करेगा।
अशोक ने एक कर्मचारी संगठन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ कर्मचारी संगठन के लोग नई पेंशन स्कीम को सही ठहरा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर यह कह रहे हैं कि आपके द्वारा सरकार के सारे कर्मचारी खुश हैं, जो कि बिल्कुल न्यायोचित नहीं है, और जो कर्मचारी संगठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला है, वह कर्मचारी काफी वर्ष पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं। परिषद के पैड का दुरुपयोग कर सरकार व कर्मचारियों को भ्रमित कर रहे हैं। परिषद मान्यता प्राप्त संगठनों का परिसंघ है और वर्तमान परिवेश में एक भी मान्यता प्राप्त संघ इनके साथ नहीं है, जिससे स्पष्ट होता है कि कर्मचारी नेता नहीं गुमराह करने वाला सेवानिवृत्त कर्मी है, जो पूर्व में विधानसभा चुनाव भी लड़कर बुरी तरह पराजित हो चुके हैं। वह केवल घूम-घूमकर कर्मचारियों का अहित ही करते हैं।