लखनऊ। गोमती नगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान परिसर से कर्मचारी के किडनैप का एक हफ्ते से अधिक का समय निकल चुका है। इसके बाद भी तक कर्मचारी की कोई जानकारी नहीं मिली है। इससे नाराज कर्मचारियों ने सोमवार को सुबह कामकाज ठप करके पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के कारण वार्ड से लेकर ओपीडी तक में अफरा-तफरी मच गयी, जिसके कारण काम काज ठप हो गया आैर इससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का आरोप था कि पुलिस उनके साथी के तलाश में लापरवाही बरत रही है। इस कारण ही अब तक किडनैप के बाद कर्मचारी का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस व संस्थान की कार्यशैली में लापरवाही दिख रही है। नर्सेस संघ के अमित शर्मा का कहना है कि पुलिस की कार्यशैली ठीक नहीं है। इस लापरवाही से गायब कर्मचारी को कोई बड़ा नुकसान हो सकता है। संस्थान प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने भी अभी तक कोई जिम्मेदारी का निर्वहन नही किया है। लगभग दो घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस व संस्थान प्रशासन के आश्वासन के बाद हड़ताल रोक दी गयी।
बताते चले कि अठरह दिसंबर को संस्थान परिसर से कर्मचारी श्रीराम यादव गायब अचानक गायब हो गये थे। शिकायती पत्र के मुताबिक श्रीराम अपनी कार बेचना चाहते थे। बताया जाता है कि दो युवक कार देखने आए। संस्थान परिसर से श्रीराम को कार में बिठाकर ले गए। इसके बाद से श्रीराम का कोई पता नहीं चल रहा है।
लोहिया संस्थान में कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए सुबह नौ बजे से कामकाज ठप कर दिया। कोई ओपीडी में नहीं गया। आक्रोशित कर्मचारियों ने वार्ड में भर्ती मरीजों के इलाज में भी कोई सहयोग नहीं दिया। प्रदर्शनकारियों में नर्सिंग स्टाफ, टेक्नीशियन समेत दूसरे संवर्ग के कर्मचारी शामिल हुए। ओपीडी में मरीज पंजीकरण से लेकर इलाज के लिए भटकते रहे। कर्मचारी कही थे नहीं, अधिकारी तलाशे नहीं मिले रहे। कहीं सुनवाई नहीं हो रही थी। संस्थान में लाइन में लगे रेडियोलॉजी की जांच कराने आए मरीज परेशान हो गये। हड़ताल के बाद देर शाम तक मरीजों की जांच की गयी। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर फिर भी आश्वासन के बाद गायब कर्मचारी का पता नहीं चला, तो अब उग्र आंदोलन किया जाएगा।