लखनऊ। निजी पैथोलॉजी की जांच रिपोर्ट एक बार अलग- अलग आने की शिकायत की गयी है। यह शिकायत लखनऊ विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर साइंस विभाग के प्रमुख डॉ. बृजेंद्र सिंह ने की है। उनका कहना है कि शुगर की दो प्राइवेट पैथोलॉजी से जांच करायी आैर दोनों की रिपोर्ट अलग-अलग आयी है। इससे परेशान डॉक्टर ने इलाज शुरू करने से पहले तीसरी पैथोलॉजी सेंटर से जांच कराने की परामर्श दिया है। पीड़ित शिक्षक ने अलग – अलग जांच रिपोर्ट आने की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से न्याय दिलाने की मांग की है। उसका कहना है कि आखिर किसकी रिपोर्ट सही मान कर इलाज शुरू किया।
जानकीपुरम निवासी डॉ. बृजेंद्र को कार्डियक दिक्कत हुई। महानगर स्थित निजी क्लीनिक में डॉक्टर इलाज के लिए पहंुचे। यहां पर डॉक्टर ने इलाज से पहले ब्लड की कई जांच कराने का परामर्श दिया। महानगर की प्राइवेट पैथोलॉजी में तीन सितंबर को ब्लड का सैंपल दिया। यहां की जांच रिपोर्ट में शुगर का सामान्य से काफी बढ़ा निकला।
डॉ. बृजेंद्र को रिपोर्ट गड़बड़ लगी। इसके बाद उन्होंने निरालानगर आठ नम्बर चौराहे के निकट दूसरी निजी पैथोलॉजी से जांच करायी। यहां पर भी शुगर का लेबल अलग आया। डॉक्टर दो पैथोलॉजी की अलग-अलग रिपोर्ट देखकर हैरान रह गये। उन्होंने परामर्श दिया कि इलाज शुरू करने से पहले तीसरी पैथोलॉजी से ब्लड की जांच करा लेनी चाहिए। आठ सितंबर को पीड़ित ने अलग-अलग जांच रिपोर्ट की शिकायत स्वास्थ्य महानिदेशक से की है। डॉक्टर ने महानगर की पैथोलॉजी की रिपोर्ट पर शक जाहिर किया है। डॉ. बृजेंद्र ने कहा कि रिपोर्ट में अलग- अलग जांच रिपोर्ट से मुझे मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ रहा है।