लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई में देर शाम सीनियर रेजीडेंट डाक्टर ने आत्म हत्या करने का प्रयास किया। गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग में तैनात रेजीडेंट डाक्टर साई प्रताप ने बृहस्पतिवार की शाम को अपने हाथ की नस काट ली।
्रेजीडेंट डाक्टर के आत्म हत्या करने के प्रयास की जानकारी मिलते ही पीजीआई प्रशासन में हड़कम्प मच गया। साथ डाक्टरों के उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया, परन्तु बताया जाता है कि हाथ की नस काटने से ब्लड काफी मात्रा में बह गया था आैर होश में नही आ रहा था।
डाक्टरों ने उसके साथियों ने उसे गंभीर हालत में क्रिटकल केयर यूनिट (सीसीएम) में भर्ती कराया है। जहां उसकी गंभीर हालत में आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। आत्महत्या का अभी तक कोई ठोस कारण नहीं मालूम हो गया। बताया जाता है कि वह पिछले कई दिनों से तनाव में चल रहा था। संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय ने इस घटना के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया है।
गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग में सीनियर रेजीडेंट पर डाक्टर साई प्रताप तैनात चल रहे थे। बताया जाता है कि उनके साथियों ने जब शाम को उनसे सम्पर्क करना चाहा तो पता चला कि उन्होंने अपने हाथ की नस को काट लिया है।
हाथ की नस काटने से ब्लड बहुत बह गया। डा. साई प्रताप को पहले इमरजेंसी में ले जाया गया,लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी थी। जहां पर डाक्टरों ने उन्हें सीसीएम में रेफर करने की सलाह दी। सीसीएम में डाक्टरों ने उनकी हालत गंभीर देखते हुए आईसीयू में शिफ्ट कर दिया है। जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है। सीनियर रेजीडेंट की आत्म हत्या की जानकारी पीजीआई में तेजी से फैल गयी। सभी प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी हो गयी,लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नही था।