लखनऊ ।संजय गांधी पी जी आई में कोरोना के संक्रमण की नकली रिपोर्ट निगेटिव देने का धंधा पुलिस में रिपोर्ट लिखाने के बाद भी जारी है। कोई ठोस कार्रवाई ना होने पर नकली रिपोर्ट देने वाला गैंग अभी भी गरीब मरीजों को शुल्क लेकर भर्ती कराने का ठेका ले रखा है। इसका खुलासा लिवर ट्रांसप्लांट वार्ड में भर्ती मरीज से हुआ है। बताया जाता है यह हमारी पीजीआई प्रशासन द्वारा पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद वार्ड में आया है ।
मरीज की जांच में वह संक्रमित मिला है और उसे कोविड-19 हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके बाद वार्ड का सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। बताते चलें अभी तीन-चार दिन पहले ही पीजीआई की नकल करके कोरोना संक्रमण की नकली निगेटिव रिपोर्ट को लेकर सुरक्षा गार्ड अध्यक्ष तथा अन्य कोविड के कमेटी मेम्बर प्रो एस पी अम्बेश ने पी जी आई थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी, लेकिन उसके बाद भी नकली रिपोर्ट बनाने वाले बाज नहीं आ रहे हैं कि पैसा कमाने के चक्कर में मरीज की मौत से खिलवाड़ कर रहे हैं। इससे मरीज का नुकसान भी हो रहा है और इलाज करने वाले चिकित्सक भी असमंजस में हैं। डॉक्टरों ने मरीजों को भर्ती होने के लिए संस्थान की लैब से ही जांच कराने की अपील की है, ताकि इलाज समुचित तरीके से हो पाये। नकली रिपोर्ट बनाने वाले जब तक पकड़े नहीं जायेगे। तब तक मरीज का शोषण करते रहेगे।