छात्रावास में मिली थी बेहोश, आईसीएयू में इलाज के दौरान हुई थी मौत
लखनऊ। पीजीआई की जूनियर रेजिडेंट की रविवार रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। वह अपने छात्रावास के कमरे में बेहोशी की हालत में मिली थी। हालाँकि उसे तत्काल पीजीआई के पोस्ट ऑफ़ आईसीएयू में भर्ती कराया गया लेकिन उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव का पंचनामा कर सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के लिए भेजा जहां पीएम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया गया। कोलकाता की रहने वाली डॉ. राजोशी घोराई संजय गांधी पीजीआई के एनेस्थीसिया विभाग से एमडी कर रही थी और छात्रावास में ही रहती थी।
रविवार रात संस्थान प्रशासन को सूचना मिली कि वह कमरे में बेहोश पड़ी है तो प्रशासन की मदद से उसे पोस्ट ऑफ़ आईसीयू में भर्ती कराया गया। लेकिन डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद उसकी कुछ देर बाद मृत्यु हो गई। मामला संदिग्ध देख प्रशासन ने उसका पोस्टमार्टम कराया ,
लेकिन पीजीआई इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी के मुताबिक़ पीएम रिपोर्ट में कुछ नहीं निकला इसलिए बिसरा प्रिजर्व कर लिया गया है। वहीं सोमवार को पीएम के बाद उसके शवp को पिता अनिरुद्ध और माँ संचिता को सौंप दिया गया। संस्थान के निदेशक डॉ आरके धीमन ने बताया कि डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।