पीजीआई के संविदा कर्मचारियों पर ड्रेस कोड लागू किये जाने की मांग राष्टï्रीय मजदूर कांग्रेस और संस्थान के नेताओं ने की है। नेताओं का कहना है कि आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों की ड्रेस लागू होने से वह पहचान में आ सकेंगे। इसके लिये निदेशक से मिलकर पत्र दिया है। निदेशक ने नेताओं को आश्वस्त किया है कि वह उनकी मांगों पर विचार करेंगे।
मरीजों, तीमारदारों को मिलेगी सहूलियत, नहीं हो सकेगी ठगी –
राष्टï्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक महिला शाखा की जिलाध्यक्ष सावित्री सिंह और उप्र. राज्य कर्मचारी महासंघ की प्रांतीय उपाध्यक्ष सुनीता सिंह ने पीजीआई निदेशक को एक पत्र दिया है। इसमें पीजीआई की इन नेताओं ने मांग की है कि संस्थान के संविदा कर्मचारियों का ड्रेस कोड हो। ड्रेस कोड होने से उनके संवर्ग की पहचान हो सकेगी। वर्दी और नेम प्लेट होने से वह अलग पहचान आ सकेंगे। संस्थान में आने वाले मरीज, तीमारदार और अन्य अधिकारी भी उन्हें आसानी से नाम समेत पहचान लेंगे। इससे संस्थान की छवि में और सुधार आयेगा। साथ ही मरीजों, तीमारदारों के साथ होने वाली ठगी पर अंकुश लगेगा। कर्मचारी की पहचान आसानी से हो सकेगी। यह भी मांग की है कि संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया जाये।
नियमित कर्मचारियों की हो भर्ती –
पीजीआई नर्सिंग नेता सावित्री सिंह ने कहा कि निदेशक समेत संस्थान के अधिकारियों से मांग की गई है कि स्थायी या नियमित कर्मचारियों के रिक्त पड़े पदों पर तत्काल नियुक्ति की जाये। इसके लिये शासन स्तर से वार्ता कर विज्ञापन निकालकर स्थायी कर्मचारियों की भर्ती की जाये, जिससे संस्थान में कर्मचारी बढ़ें और मरीजों, तीमारदारों को बेहतर लाभ मिल सके।