्लखनऊ। नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) को 11वां स्थान मिला है, जब कि राजधानी के पीजीआई को नवां स्थान प्राप्त हुआ है। अगर आंकड़ो को देखा जाए तो पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष दोनों संस्थान दो रैंक नीचे आ गये है।
वर्ष 2021 में चिकित्सा संस्थानों की सभी स्तरों की श्रेणी में टॉप 100 की सूची में केजीएमयू को 46.65 अंकों के 60वां स्थान पर पहुंचा था। वहीं इस वर्ष 47 अंक मिलने के बाद भी केजीएमयू 75वें स्थान रूका रहा है। अगर देखा जाए तो विश्वविद्यालय की श्रेणी में केजीएमयू को इस वर्ष 48.51 अंकों के साथ 50वी रैंक मिली है, जबकि वर्ष 2021 में यह 48.21 अंकों के साथ 39 वीं रैंक पर पहुंचा था। डेंटल यूनिट की श्रेणी में दोनों वर्ष केजीएमयू ने पांचवा स्थान प्राप्त किया है। वही देखा जाए तो पीजीआई दोनों वर्षों में टॉप 100 मे स्थान नहीं बना पाया।
जब कि चिकित्सा संस्थानों की श्रेणी में 67.18 अंकों के साथ पीजीआई सातवें स्थान पर और 61.68 अंकों के साथ केजीएमयू 11वें स्थान पर पहुंचा है। वर्ष 2021 में पीजीआई 72.45 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर और केजीएमयू 64.67 अंकों के साथ नौवें स्थान पर पहुंचा था। पीजीआई के निदेशक डा. आरके धीमन के अनुसार, मरीजों के बेहतर इलाज और गुणवत्ता में संस्थान को अधिक अंक मिले हैं, लेकिन देखा जाए तो संस्थान के प्रति धारणा में गिरावट आयी है।सम्भावना है कि यह मुख्य कारण है जिसकी वजह से संस्थान दो पायदान नीचे आ गया।