चौक में सर्राफ के यहां डकैती की साजिश पीजीआई क्षेत्र में रची गयी थी और इसमें राजदार की भूमिका सर्राफ की दुकान पर आने जाने वाले ही सख्स ने निभाई थी। पुलिस ने दो अभियुक्तों को पकड़कर लूटा गया करीब सवा दो किलो सोना भी बरामद किया है जिसकी कीमत करीब 95 लाख रूपये बतायी गयी।चौक कोतवाली में पत्रकारों से बातचीत में एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि जिस गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया है उसका मुख्य उद्देश्य लूट ही करना होता है यही कारण था कि उन्होने किसी पर जानलेवा हमला नही किया। एसएसपी ने बताया कि घटना का खुलासा करीब करीब हो गया है पर हमारा प्रयास यह है कि लूटा गया अधिक से अधिक माल बरामद किया जाये हालाकि पीडित पक्ष द्वारा लूटे गये माल की सूची नही सौंपी गयी है।
एसएसपी ने बताया कि घटना का मास्टरमाईंड विकास शुक्ला है जो अमेठी का रहने वाला है। आरोपितों में शामिल राहुल दीक्षित निवासी सिधौली सीतापुर के घर पर छापा मारा गया तो वह अपने घर पर नही मिला पर वहां से उसके एक रिश्तेदार की जानकारी मिली। राहुल के रिश्तेदार मनीष अवस्थी निवासी कमलापुर सीतापुर के यहां पर दबिश दी गयी तो राहुल वहां पर भी नही मिला पर पुलिस को वहां पर राहुल के हिस्से का सोना जिसका वजन करीब 1600 ग्राम है बरामद हुआ मनीष ने पुलिस को बताया कि राहुल ने सोना उसके यहां पर रखवाया था पर उन्हे यह नही मालूम था कि यह लूट का सोना है।
पुलिस ने सोने के साथ राहुल के रिश्तेदार को भी पुलिस ने लूट का सोना रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।एसएसपी ने बताया कि पकड़े गये अन्य दो आरोपी राजबहादुर निवासी रायबरेली जिसके पास से 620 ग्राम सोना व हरिबिलास निवासी रायबरेली जिसके पास से पांच ग्राम सोना बरामद किया गया है।
कैसे तैयार हुई डकैती प्लानिंग –
सिधौली सीतापुर निवासी राहुल दीक्षित इस वारदात का मास्टरमाईंड है और उसने ही अपने साथियों अभय शुक्ला निवासी अमेठी,विकास शुक्ला निवासी अमेठी व सोनू सिंह के साथ मिलकर डकैती की साजिश रची और ये सब लखनऊ में ही किराये का मकान लेकर रह रहे थे और पीजीआई क्षेत्र में ये सभी घटना वाली शाम को एकत्र हुए और वहीं पर पूरा प्लान तैयार हुआ। इनका साथ मुकुन्द ज्वैलर्स की दुकान पर आने जाने वाले एक शख्स ने दिया और उसी ने इन लोगो को अन्दर की पूरी जानकारी दी। इससे पहले कई दिनों तक बदमाशें ने दुकान की रेकी की और आस पास की गलियों की भी जानकारी की। फिर रविवार को इन लोगो ने वारादात को अंजाम दे डाला। खुद को घिरता देख ये लोग अपनी बाईक वहीं पर छोड़ कर भाग गये।
राजधानी में हुई एक और डकैती में है ये गिरोह शामिल –
राजधानी के इस्माईलगंज में नीलम ज्वैलर्स के यहां पर कुछ महीनों पूर्व दिन दहाड़े बिल्कुल इसी ही तर्ज पर डकैती पड़ी थी। जिसका खुलासा अभी नही हो पाया था। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि उक्त डकैती काण्ड में भी इसी गिरोह के शामिल होने के संकेत मिले हैं क्राईम ब्रांच की टीम इस डकैती को जोड़कर इसकी तफ्तीश में लगी है उम्मीद है कि उसका भी खुलासा हो जायेगा।
सीसीटीवी फुटेज से मेल नही खा रहे हैं अभियुक्त –
पुलिस ने जिन आरोपितों को पकड़ कर अब तक की सबसे बड़ी डकैती का खुलासा करने का दावा किया है उसमें पकड़े गये अभियुक्तों से पुलिस द्वारा पूर्व में जारी किया गया सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जारी फोटो से मेल नही खा रहा है। हालाकि अभी पांच आरोपित अभी फरार हैं हो सकता है उनमें वे बदमाश हों।
बरामद बाईक किसकी है?
पुलिस ने बदमाशें की घटना में शामिल बाईक को भी बरामद करने का दावा किया है पर वह बाईक किसकी है इसका जवाब किसी नही दिया। बताते चलेंकि डकैती करने आये बदमाश बाईक से आये थे और वे लूट करने के बाद काफी दूर तक पैदल ही भागे थे इसके बाद वे बाईक पर सवार होकर फरार हो गये थे।
व्यापारियो ने की पुलिस की तारीफ
चौक पुलिस द्वारा किये गये खुलासे पर चौक के सर्राफा व्यवसायियों ने पुलिस की तारीफ करते हुए कहा है कि बरामद माल लूट में गया हुआ ही है। सर्राफ व्यापारियों ने कहा कि बदमाशों को पकड़ने के बाद पुलिस ने उन्हे व लूट का शिकार बने व्यवसायी को भी थाने पर माल की शिनाख्त के लिए बुलाया गया था जहां पर बरामद माल वही था जो लूट में गया था व्यापारियों ने इसकी कीमत करीब 95 लाख रूपये आंकी। व्यापारी एसोसिएशन का कहना है कि पुलिस जल्द घटना का खुलासा कर सराहनीय कार्य किया है।