लखनऊ। मरीज दर्द और परेशानी के साथ आता है साथ में उसके तीमारदार भी परेशान होते हैं। यदि नर्स प्यार से दो शब्द बोल दे तो उसकी आधी परेशानी अपने आप कम हो जाती है। यह बात संजय गांधी पीजीआई के नर्सिंग कालेज के स्थापना दिवस पर लैम्प लाइटिंग समारोह में संस्थान के निदेशक प्रो.राकेश कपूर ने कही। उन्होंने नर्सिंग की पढ़ाई कर रही छात्राओं से कहा कि वह अच्छी नर्स के साथ ही अच्छा इंसान बन कर यहां से निकलें। समय के साथ नर्सिग बदल रहा है आगे चल कर क्लीनिकल असिस्टेंट के रूप में बायोप्सी, अल्ट्रासाउंड जैसे काम भी करने होंगे।
उन्होंने बताया कि कालेज के विस्तार और सुविधा के लिए हर स्तर पर कोशिश करेंगे। समारोह के मुख्य अतिथि राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो.दीपक मालवीय ने कहा कि जन्म और मृत्यु दोनों समय नर्स की अहम भूमिका होती है। उनको कभी अपना टेंपर लूज नहीं करना चाहिए। उन पर काम का दबाव अधिक रहता है लेकिन अपने को सामान्य बनाए रखना चाहिए। इस अवसर पर एसिड अटैक पर नृत्य नाटिका में छात्राओं ने भाग लिया। वहीं मेधावी नर्सिंग छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।