लखनऊ । ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के वैश्विक प्रयास में, अक्टूबर को गुलाबी माह के रूप में नामित किया गया है। पिंक एक ऐसा महीना है, जहां बीमारी के बारे में चिंतित लोगों को शिक्षित करने का प्रयास किया जाता है, जिसमें शुरुआती पहचान और स्तन कैंसर से जुड़े लक्षण और जागरूकता शामिल हैं। इस वर्ष के स्तन कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर संस्थान ने रविवार को पिंक वॉक की थीम के साथ वॉक-ए-थॉन का आयोजन किया, जहाँ 250 से अधिक पंजीकरण हुए, जबकि 200 लोगों ने वॉक में भाग लिया था। इन प्रतिभागियों में छात्र, कर्मचारी, फैकल्टी और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य शामिल थे।
्वॉक का संचालन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन और चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर गौरव अग्रवाल ने किया। संस्थान परिसर में पगडंडी पर चलते हुए छात्रों में काफी उत्साह था। प्रतिभागियों ने गुलाबी टी-शर्ट, टोपी के साथ हाथों में तख्तियां लेकर स्तन स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्तन कैंसर के शुरुआती निदान के लिए स्क्रीनिंग के महत्व को प्रदर्शित किया, जो अब वैश्विक स्तर पर महिलाओं में सबसे अधिक निदान किया जाने वाला कैंसर है। वॉक का समापन प्रोफेसर धीमन के एक संबोधन से हुआ।
जिन्होंने जागरूकता अभियान पर जोर दिया और युवाओं और कर्मचारियों की भागीदारी की सराहना की। उन्होंने स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर जागरूकता टीम, जिसका नेतृत्व स्वयं निदेशक और प्रोफेसर गौरव अग्रवाल ने किया था। ब्रेस्ट एंड सर्वाइकल कैंसर के जागरूकता कार्यक्रम की गतिविधियों के बारे में बताया, जिसमें मोहनलालगंज की तहसील को अपनाया गया है और वर्तमान में टीम जागरूकता और स्क्रीनिंग गतिविधियों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण में शामिल है। तत्पश्चात निदेशक, प्रो धीमन, चिकित्सा अधीक्षक प्रो गौरव अग्रवाल, संस्थान के स्तन स्वास्थ्य कार्यक्रम (बीसीसीएईडीपी) टीम के सदस्यों का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का समापन बच्चों ने हरे पेड़ों और नीले आसमान की पृष्ठभूमि में गुलाबी गुब्बारे उड़ा कर किया।
इसके अलावा, संस्थान परिसर में पीजीआई और केजीएमयू के कर्मचारियों के बीच एक क्रिकेट मैच भी आयोजित किया और मैच में 22-23 कर्मचारियों की भागीदारी थी।एस जी पी जी आई स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता और शीघ्र निदान के लिए प्रतिबद्ध है और इन गतिविधियों से समुदाय में संदेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।