लखनऊ । संजय गांधी पीजीआई में माननीयों के इलाज के लिए रिवाल्ंिवग फण्ड की धनराशि का बजट का संकट एक बार फिर बन गया है। बजट खत्म होने पर बस्ती जिले के पूर्व विधायक भगवान दास को बगैर इलाज के वापस जाना पड़ा और कुछ माननीय को दवा तक भी मुहैया नही हो पायी।
प्रदेश सरकार ने माननीय विधायकांे के इलाज के लिए कैबिनेट में पास कर पीजीआई मे इलाज के लिए रिवालिवंग फण्ड के तहत वर्ष 2010 मंे एक मुश्त रिवाल्ंिवग फण्ड में धनराशि भेज कर इलाज और भर्ती तथा जांच के लिए कोष गाठित किया गया।
जो कि सचिवालय द्वारा माननीय को पीजीआई मे इलाज हेतु कार्ड जारी होने पर ही औषधि,जांच और भर्ती कर इलाज मुहैया हो रहा है। इधर दो माह से कभी विधान परिषद के सदस्य एवं विधान सभा के सदस्यांे की धनराशि खत्म होने पर इलाज के बगैर वापस जाना पड रहा है। इससे माननीयों मंे रोष उत्पन्न हो रहा है कि पीजीआई इस कोष की धनराशि का रखरखाव सही समय पर नही कर पा रहा है।
पूर्व विधायक भगवान दास ने कहा है कि यूरोलाजी मे प्रोस्टेट कैंसर के लिए भर्ती होने के लिए डाक्टर ने तारीख दी थी, लेकिन वी आई पी सेल एच आर एफ ने बताया कि माननीय के विधायकांे के खाते मे पैसा नही है, इसलिए आपको भर्ती नही हो सकता है। इससे वह निराश होकर बगैर इलाज के जाना पडा। इसके बारे मे शासन को अवगत कराएगा । प्रदेश के कोने कोने से दूर से इलाज के लिए आना पडता है और समय से इलाज न होने पर कष्ट हो रहा है।