लखनऊ। पीजीआई में संविदा पर कार्यरत नर्स, डाटा इंट्री आपरेटर, पेशेंट हेल्पर, सुरक्षा गार्ड और होमगार्डों का कई माह से वेतन नही मिला है। सभी संवर्ग के कर्मियों में प्रशासन के ढुलमुल रवैये से खासी नाराजगी है। मंगलवार दोपहर नर्सों को निदेशक से मिलने नहीं दिया गया। इससे खफा नर्सों ने नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया। सभी ने कार्य बहिष्कार की धमकी दी है। नर्सों का आरोप है कि जनवरी का वेतन अभी तक नहीं मिला है। एक दिन का अवकाश लेने पर भुगतान के समय दो दिन का वेतन काट लिया जाता है। आउट सोर्सिंग कम्पनी ने नियुक्ति के समय हर साल वेतन में 10 फीसदी बढ़ोत्तरी की बात कही थी, जिसका पालन नही किया जा रहा है।
संस्थान में करीब 500 से अधिक नर्सें संविदा पर तैनात हैं। जनवरी का बकाया वेतन समेत अन्य समस्याओं की वार्ता के लिए करीब 50 नर्सें मंगलवार दोपहर संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमान से वार्ता के लिए गईं थीं। वहां मौजूद कर्मचारियों ने करीब डेढ़ घंटे से खड़ी नर्सों को बिना निदेशक से वार्ता कराए डांटकर भगा दिया। नर्सों ने एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी पर अभद्रता का आरोप भी लगाया है। कर्मचारियों का आरोप है कि जब भी वो वेतन आदि की समस्याओं के बारे में संस्थान प्रशासन के अफसरों से वार्ता करने जाते हैं तो उन्हें नौकरी से निकाल देने की धमकी देकर चुप करा दिया जाता है। सभी संवर्ग के कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि भुगतान जल्द नही किया गया तो वो कार्य बहिष्कार करेंगे।
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