PGI:200 बोन मैरो ट्रांसप्लांट सफल

0
177

 

Advertisement

 

 

 

 

 

 

 

लखनऊ । संजय गांधी पीजीआई में बोन मैरी ट्रांसप्लांट वर्ष 1999 मे हेमेटौलौजी की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद द्वारा शुरू करने में अहम रोल हैं। बीएमटी कार्यक्रम शुरू करने वाला भारत का यह चौथा केंद्र हैं पुरानी बीएमटी इकाई की अपनी सीमाएँ थीं, इसलिए नई बीएमटी इकाई का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ के कर कमलो द्वारा वर्ष 2019 में किया गया।जनवरी 2020 में नई इकाई में बीएमटी कार्यक्रम शुरू होने पर 3 प्रत्यारोपण किया गया ।कोविड 19 महामारी के कारण बी एम डी को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा।

 

 

 

 


जुलाई 2021 में कोविड की दूसरी लहर के बाद हमने कार्यक्रम को फिर से शुरू किया और तब से 109 प्रत्यारोपण में से 66 ऑटोलॉगस और 43 एलोजेनिक किए गए हैं। विभाग की स्थापना के बाद से अब तक कुल 209 प्रत्यारोपण हो चुका हैं। हिमोटोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर संजय ने बताया कि अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण एक टीम वर्क है जो कि एसजीपीजीआई की बीएमटी इकाई को अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के अवसर पर निरंतर दूसरे वर्ष के लिए संस्थान के सर्वश्रेष्ठ वार्ड का पुरस्कार मिला है। हम विभिन्न हेमेटोलॉजिकल रोगों के लिए ऑटोलॉगस के साथ-साथ एलोजेनिक एचएससीटी भी कर रहे हैं। हमें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बहुत अच्छी वित्तीय सहायता मिल रही है, हमारे अधिकांश प्रत्यारोपण पीएम/सीएम फंड की मदद से किए जा रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

हाल ही में हमने भारत के अच्छे प्रत्यारोपण केंद्रों की तुलना में बहुत अच्छी सफलता दर के साथ 200 प्रत्यारोपण पूरे किए हैं। यह हमारी बीएमटी इकाई की एक बड़ी उपलब्धि हैं।

 

 

 

 

 

Previous articleअरूणा शानबाग की याद मे श्रद्धांजलि सभा आयोजित
Next articleमतदान केंद्र पर बीमार होने पर तत्काल पहुंचेगी एम्बुलेंस

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here