– पीजीआई के डायरेक्टर ने वार्ड असिस्टेंट के किया सस्पेंड,मुकदमा दर्ज,तीन गिरफ्तार
लखनऊ । एसजी पीजीआई अस्पताल में दलालों का बोलबाला हैं। दलाल कोई बाहरी नहीं है बल्कि अस्पताल में काम करने वाले नुमाइंदे है, जो बाहर से आए मरीजों के तीमादरदारों की मजबूरी का फायदा उठा रहे है। सक्रिय दलाल प्रति यूनिट खून पांच हजार रुपए में बेंच रहे हैं। यहीं नहीं दलाल मरीजों का सिटी स्कैन की निर्धारित फीस के अलावा पांच सौ रुपए अतिरिक्त लेकर झटपट सिटी स्कैन करवा देते है। अस्पताल के दलालों के गैंग का खुलासा एक मरीज के बेटे ने किया। उसने दलाल की वीडियो आैर आर्डियो रिकार्डिंग कर डायरेक्टर से शिकायत की, जिसके बाद डायरेक्टर ने पूरे मामले की जांच कर वार्ड असिस्टेंट को सस्पेंड कर दिया आैर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल में एडमिट मरीज के बेटे की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर किया है।
मूलरुप से जनपद प्रतापगढ़ परसरामपुर तहसील सदर थाना नगर प्रतापगढ़ निवासी राहुल शर्मा पेशे से अधिवक्ता है। उनके पिता को डायबटीज होने के चलते तबीयत ज्यादा खराब हो गयी। बीते 4 अप्रैल को राहुल ने डिप्टी सीएम सिफारिश के बाद पिता को एसजीपीजीआई में एडमिट कराया था। बीते 27 अप्रैल को डाक्टर ने उनके पिता को सिटी स्कैन कराने के लिए कहा था।
राहुल के मुताबिक उन्होंने सिटी स्कैन की निर्धारित फीस 2400 रुपए जमा कर दिया। बाद में वह सिटी स्कैन कराने के लिए पहुंचे, तो उन्हें वहां पर वार्ड असिस्टेंट हिमांशू गौतम मिला। आरोप है कि हिमांशू ने राहुल से पांच सौ रुपए की मांग की, जिसपर राहुल ने कैश न होने की बात कहीं, फिर हिमांशू ने भीड़ का हवाला देते हुए वेटिंग करने के लिए कहा, चूंकि राहुल के पिता की हालत गम्भीर थी। मजबूरन राहुल ने हिमांशू को सौ रूपए दिए, तब जाकर उनके पिता का सिटी स्कैन की जांच हो पाई। राहुल ने बताया कि डाक्टर ने तीन यूनिट ब्लेड़ की व्यवस्था करने के लिए कहा, जिसपर राहुल ने हिमांशू से ब्लेड़ बैंक का पता पूछा। आरोप है कि इस पर हिमांशू ने राहुल से प्रति यूनिट पांच हजार रुपए में ब्लेड़ देने की बात कहीं।
अस्पताल में खून की दलाली भंडाफोड़ करने के लिए आरोपित की वीडियो व आर्डियो रिकार्ड कर ली आैर इसकी शिकायत एसजीपीजीआई के डायरेक्टर से की, जिसके बाद डायरेक्टर ने सीएमओं को जमकर फटकार लगाने के बाद वार्ड असिस्टेंड हिमांशू गौतम को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने पीजीआई पुलिस को सूचना दी आैर राहुल की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा। इंस्पेक्टर बृजेश चन्द्र तिवारी ने बताया कि राहुल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर हिमांशू, अजय भारती आैर अनिकेत उर्फ प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
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खून की दलाली में ब्लेड बैक के कर्मी शामिल
लखनऊ। राहुल ने बताया कि परेशान मरीजों के साथ अस्पताल के कर्मचारी ही ब्लेड बैंक आैर जांचों में दलाली कर रहे है। आरोप है कि दलालों के कारण ही अस्पताल में जांच कराने में लम्बी लाइने लगती है। दलाल कमाई के चक्कर में मरीज के परिजनों को सेट करने के बाद उनकी जांचे करवा देते है आैर आम गरीब व्यक्ति वेटिंग में इतजार करता रहता हैं। राहुल ने बताया कि दलालों का भंड़ाफोड़ करने के लिए उन्होंने हिमांशू को फोन कर आर्डियो रिकार्डिंग की, जिसमें उन्होंने ब्लैड खरीदने के लिए बातचीत किया, तो हिमांशू ने पांच हजार रूपए प्रति यूनिट ब्लेड की व्यस्था कराने का दावा किया। राहुल के पास मौजूद आर्डियो रिकार्डिंग में वह यह भी कहता है कि अस्पताल के ब्लेड बैंक में उसकी मजबूत सेटिंग है, रुपए मिलने पर वह अस्पताल से ब्लेड बैंक से ही उन्हें खून लाकर देगा। राहुल ने बताया कि दलाली के इस धंधे में अस्पताल महिला कर्मियों के साथ कई अन्य कर्मचारी भी शामिल है। कुछ लोगों के हिमांशू ने नाम भी लिया है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं।