प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अब तमिलनाडु के विवादित व परंपरागत खेल जल्लीकट्टू के समर्थन में उतर आये हैं। मोदी ने मोदी ने आज ट्वीट कर कहा कि हमें तमिलनाडु की संपन्न संस्कृति पर गर्व है। दूसरी ओर केंद्र सरकार ने जल्लीकट्टू के लिए आए अध्यादेश के ड्राफ्ट को मंजूरी भी दे दी है। अब अगर राष्ट्रपति इसे मंजूरी दे देते हैं तो जंतु निर्ममता निवारण अधिनियम में संशोधन करके राज्यपाल अध्यादेश जारी कर देंगे।
तमिलनाडु समेत पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ट्वीट किया कि हम लोगों को तमिलनाडु की संपन्न संस्कृति पर गर्व है। तमिल लोगों की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हरसंभव कोशिश की जाएगी। एक दूसरे ट्वीट में मोदी ने लिखा कि केंद्र सरकार तमिलनाडु के विकास के लिए हर कदम उठाने को तैयार है। जल्लीकट्टू पर कोर्ट द्वारा लगायी गयी पाबंदी को हटाने के लिए तमिलनाडु समेत पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने मई 2014 में जल्लीकट्टू पर फैसला दिया था। उसमें इस खेल में सांड़ों के प्रयोग को बंद करने का ऐलान किया था। साथ ही कहा था कि जो भी ऐसा करेगा तो माना जाएगा कि उसने कानून तोड़ा है।
जल्लीकट्टू तमिलनाडु का एक परंपरागत खेल है जिसमें बैल को काबू में किया जाता है। यह खेल काफी सालों से तमिलनाडु में लोगों द्वारा खेला जाता है।