फूड प्वाइज़निंग दूषित भोजन से होने वाली एक बीमारी है। ये ऐसी बीमारी है जिसका इलाज आप एक दो दिन में या फिर हफ्ते में खुद ही कर सकते हैं। फूड प्वाइज़निंग के आम लक्षणों में शामिल हैं- मतली, उल्टी, दस्त, ऐंठन। फूड प्वाइज़निंग के अधिकांश मामले कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों में फूड प्वाइज़निंग होने से रोकने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इससे इनको काफी नुक्सान पहुंचता है।
फूड प्वाइज़निंग होने पर अपनायें ये उपाय –
1. जितना हो सके पेय पदार्थ पीजिए- पानी, डिकैफ़िनेटेड चाय या जूस जो भी आप पी सकते हैं वो लें इससे आप तरल पदार्थ की कमी दूर कर सकते हैं और निर्जलीकरण को रोकने में भी ये मददगार होगा।
2. शराब, दूध या कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें।
3. नरम खाद्य पदार्थ खाना शुरू करें जैसे- चावल, केला, टोस्ट, आदि।
4. मसालेदार भोजन, तले हुए खाद्य पदार्थ, डेयरी और हाई फैट खाद्य पदार्थों से बचें।
5. अपने खाने में प्रोबायोटिक्स लेना शुरु करें, प्रोबायोटिक्स आंतों में गुड वैक्टीरिया को फिर से लाने में सहायक होते हैं और आपकी सेहत को जल्दी सुधारने में सहायता करते हैं।
6. हर्बस को ट्राई करें- तुलसी, जीरा, सौंफ, धनिया इनको इस दौरान लेना शुरु करें।
7. जितना संभव हो उतना आराम करें क्योंकि फूड प्वाइज़निंग थकान को बढ़ा देता है।
8. फिर भी यदि आपको फूड प्वाइज़निंग से जल्दी ही आराम ना मिले तो डॉक्टर को दिखाकर दवाई शुरु करें।