लखनऊ। दिल्ली में मरकज में गये लोगों की तलाश कर रही पुलिस किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय शुक्रवार को पहुंची, तो जिम्मेदारी अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में कर्मचारी को फीवर क्लीनिक भेजा गया, जहां पर जांच के लिए सैंपल लिए गए। फि लहाल डाक्टरों ने अभी उसे कोरेंटीन में रहने का निर्देश दिया गया है। बताते है कि केजीएमयू में अवकाश लेने पर रोक के बाद भी दिल्ली गया। इसके बाद भी लौटने पर जिम्मेदार अधिकारियों ने लापरवाही बरती, कोई कार्रवाई नहीं की।
दिल्ली में आयोजित मरकज कार्यक्रम में केजीएमयूू का एक कर्मचारी भी गया था। बताते है कि वह दिल्ली से आने के सीधे कर्मचारी पीआरओ भवन स्थित अपने कार्यालय में ड्यूटी भी करने लगा। इसी बीच दिल्ली में आयोजित मरकज में गये लोगों की तलाश कर रही पुलिस को उसके दिल्ली से लौटने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले केजीएमयूू प्रशासन को इस जानकारी से अवगत कराया। यह सूचना मिलते ही वहां पर हड़कम्प मच गया। आनन- फानन में कर्मचारी को फीवर क्लीनिक पहुंचने का निर्देश दिया गया। वहां पर उसके सैंपल लेने के साथ ही अन्य जांच भी की गयी। इसके बाद उसे तत्काल कोरेटीन में भेज दिया गया।
केजीएमयूू के कुलसचिव की ओर से निर्देश है कि कोई भी कर्मचारी और संकाय सदस्य अवकाश नहीं लेंगे। इसके बाद भी यह कर्मचारी अवकाश लेकर गायब रहा। अवकाश से लौटने के बाद भी केजीएमयू प्रशासन पूरी तरह से इस मामले में लापरवाह बरत रहा था। इस संबंध में मीडिया प्रभारी डा. सुुधीर सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी होते ही जांच करके सैंपल ले लिया गया है और कर्मचारी को कोरेंटीन करा दिया गया है। बताते चले कि इससे पहले भी केजीएमयू के दो डाक्टर भी लापरवाही बरत चुके हैंं। विदेश से लौटने के बाद वे परिसर में आ गए थे। एक डाक्टर तो बाकायदे मरीजों के वार्ड में भी गए थे। अब वे कोरेंटीन में चल रह हैं।
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