लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पीएचडी में प्रवेश प्रक्रिया में जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से अभ्यर्थी परेशान है। लापरवाही का आलम यह है कि अभ्यर्थियों को गड़बड़ी की जानकारी देने वाला जिम्मेदार अधिकारी ही नही मिल रहो है। चिविवि की वेबसाइट पर पीएचडी आवेदन का नोटिफिकेशन तो जारी करने के बाद अभी तक वेबसाइट पर फॉर्म अपलोड नही हुआ।
बताते चले कि चिविवि की वेबसाइट पर पांच दिन पहले प्रवेश प्रक्रिया का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। इस प्रक्रिया में छह जुलाई से वेबसाइट पर फॉर्म अपलोड होने चाहिए थे। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन का विकल्प दिया गया था, लेकिन वेबसाइट पर आवेदन फॉर्म अपलोड नहीं किया गया, न तो ही कोई लिंक दिया गया, जिससे पीएचडी में आवेदन प्रक्रिया पूरी की जा सके। नियमानुसार आवेदन फॉर्म जारी करने के बाद संस्थानों में यह अपडेट लिया जाता है कि प्रतिदिन कितने अभ्यर्थियों ने आवेदन कर रहे है,
बताते है कि अभ्यर्थियों ने जब नोटिफिकेशन पढ़कर आवेदन के लिए एडमिशन के लिंक पर क्लिक किया तो उसमें पीएचडी में आवेदन का विकल्प दिया गया था, जब उसे खोला गया तो वो पिछले साल के दाखिलों का लिंक था, जबकि इस साल के आवेदन फॉर्म का कोई भी लिंक वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया गया। इस बारे में परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके सिंह ने बताया कि नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया था, फॉर्म भी आ गया है। अगर वेबसाइट पर नहीं है तो आईटी सेल से बात की जाएगी।
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