सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गड़करी ने सोेमवार को राज्यसभा में कहा कि दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सरकार टायरों को बनाने में रबड़ में सिलीकॉन मिलाने तथा टायरों में नाइट्रोजन हवा भरने को अनिवार्य बनाने पर विचार कर रही है। श्री गड़करी ने सदन में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि देश में प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाअें में लगभग डेढ़ लाख लोगों की मौत हो जाती है। सरकार इसके प्रति गंभीर है और इन्हें रोकने के लिए नया कानून लाना चाहती है। लेकिन संबंधित विधेयक एक वर्ष से सदन में लंबित है। उन्होंने सदस्यों से इसे जल्दी पारित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं के कई कारण है जिनमें अप्रशिक्षित चालक, खराब सड़कें और निगरानी का अभाव भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने दुर्घटनायें रोकने के लिए कदम उठायें हैं। सरकार अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप टायर बनाने में रबड़ में सिलीकॉन मिलाने को अनिवार्य बनाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि नये राजमार्ग सीमेंट और कंक्रीट बनायें जा रहे हैं जिसके कारण टायर जल्दी गर्म होते हैं और फट जाते हैं। इससे निपटने के लिए टायरों में नाईट्रोजन ही भरने का विचार किया जा रहा है। इससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वाहन चालकों को प्रशिक्षित करने के लिए देश भर में लगभग 850 ड्राईविंग ट्रेनिंग सेंटर खोले जा रहे हैं। वाहनों में ऐसी प्रौद्योगिकी लगायी जा रही है जो चालक के शराब पीने तथा अधिक माल या सवारी भरने आदि की सूचना स्थानीय पुलिस को दे देगी। वाहनों की गति को नियंत्रण में रखने के उपाय किये जा रहे हैं।
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