राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की हाईकमान की बैठक में लिया गया निर्णय
NEWS-लखनऊ द्वारा घोषित आंदोलन के क्रम में निजीकरण, 50 साल की उम्र अथवा 30 साल की सेवा पर अनिवार्य सेवानिवृत्ति किए जाने के शिगूफा को लेकर प्रदेश के राज्य कर्मचारी विभिन्न कार्यालयों में संपर्क कर 13 अक्टूबर तक लगातार जन जागरण करेंगे इस बीच कर्मचारियों से मुलाकात कर उन्हें सोशल मीडिया द्वारा भी कर्मचारियों की बात कहे जाने हेतु जागरूक किया जाएगा । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की आज हुई बैठक इसकी अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत ने किया । बैठक में इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी पी मिश्रा परिषद के संगठन प्रमुख केके सचान वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश मिश्रा परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा प्रमुख उपाध्यक्ष सुनील यादव उपाध्यक्ष धनंजय तिवारी, डॉ पी के सिंह, शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार नाथ तिवारी आदि उपस्थित थे निर्णय लिया गया कि प्रत्येक जनपदों में 14 अक्टूबर को सोशल डिस्टेंसिंग और प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करते हुए मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर माननीय प्रधानमंत्री को ज्ञापन का प्रेषित किया जाएगा इसके साथ ही मंडल मुख्यालयों पर एक जगह धरना ना कर उसे छोटे-2 कई पार्ट में आंदोलन करेगा .।
परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने प्रस्ताव रखा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आदरणीय बनाने का प्रस्ताव रखा। इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी पी मिश्रा ने कहा कि कर्मचारियों के अधिकार धीरे धीरे कम हो रहे हैं सरकार संविदा आउटसोर्सिंग और निजीकरण को बढ़ावा दे रही है जो आम जनता के भविष्य के लिए भी घातक है वहीं कर्मचारियों को निराश कर रहे हैं और उनका मनोबल तोड़ने के लिए 50 साल की उम्र तक 30 साल की सेवा कर जबरन रिटायर किए जाने का प्रचार प्रसार किया जा रहा है जिसे कर्मचारी परेशान है और इसे बर्दाश्त नहीं करेगा । बैठक में निर्णय लिया गया कि 14 अक्टूबर के पूर्व व्यापक जन जागरण अभियान चलाया जाएगा जिसमें कर्मचारियों को जागरूक किया जाएगा । आंदोलन में सक्रिय भागीदारी किये जाने वाले कर्मचारी परेशान है और आंदोलन के मूड में आ गया है । इप्सेफ अपने लगातार कर्तव्य दिवस अधिकार दिवस आदि द्वारा सरकार का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास किया परंतु सरकार द्वारा ऐसे नए-नए प्रयास संज्ञान में आ रहे हैं जिससे कर्मचारियों को उत्साहित करने के स्थान पर उन्हें हतोत्साहित किया जा रहा है । हाई कमान की बैठक के बाद परिषद की मंडलीय शाखा आजमगढ़ वाराणसी और गोरखपुर मंडल की समीक्षा की गई .। हाईकमान द्वारा लिए गए निर्णय से मंडल के पदाधिकारियों को अवगत कराया गया मंडलीय पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया कि परिषद का आंदोलन एक सफर आंदोलन होगा जिससे युवाओं को रोजगार मिले जो लोग नौकरी में है उनकी नौकरी सुरक्षित रहें साथ ही सभी को भरपेट भोजन मिले ऐसे बिंदुओं को लेकर आवश्यकता पड़ी तो उसे अब बड़ा आंदोलन करेगा