लखनऊ। नीट काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर देश भर में चल रहा आंदोलन का असर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय रविवार शाम को देखने को मिला। रेजिडेंट व जूनियर डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकालकर के केजीएमयू मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही सोमवार को धरना प्रदर्शन करके कामकाज ठप करने की चेतावनी दी है। इससे केजीएमयू में ओपीडी व अन्य चिकित्सा सेवा प्रभावित हो सकती है।
रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने नीट काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर आंदोलन की घोषणा कर रखी है। प्रदेश में कल शनिवार को कानपुर मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। रविवार शाम से इसकी शुरुआत केजीएमयू में भी हो गई। रेजिडेंट डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकालकर केजीएमयू के मेन गेट पर प्रदर्शन किया। रेजीडेंट डॉक्टर का कहना है कि सोमवार को गेट नंबर एक पर धरना प्रदर्शन करेंगे। बताया जाता है कि प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने चेतावनी दी है धरना प्रदर्शन के साथ ओपीडी में जेआर नहीं जाएंगे। उनका दावा है कि इस दौरान इमरजेंसी सेवा बाधित नहीं की जाएगी।
केजीएमयू रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. कावेरी डांडे और सचिव डॉ. सौरभ श्रीवास्तव के अनुसार नीट की काउंसलिंग न होने की वजह से काम का दबाव रेजीडेंट पर बन गया है। उनका यह है कि अब रेजीडेंट को दिन रात काम करना पड़ रहा है। आलम यह है कि कई विभागों में तो रेजीडेंट डाक्टर को 36 घंटे तक ड्यूटी करनी पड़ रही है। इस कारण कार्य, स्वास्थ्य और पढ़ाई सभी प्रभावित हो रहे हैं। पिछले 18 महीने से ज्यादा समय से रेजीडेंट लगातार काम कर रहे हैं। नीट पीजी की काउंसलिंग तुरंत की जाये या फिर नॉन पीजी जेआर तैनात किये जाने चाहिए।