लखनऊ – कम दर्द और छोटे चीरे से बड़ी सर्जरी संभव हुई है। इससे मरीजों को बड़ी राहत पहुंच रही है। यह संभव हो रहा है रोबोटिक सर्जरी से। हालांकि अभी इसका प्रयोग बड़े शहरों और संस्थानों में ही हो रहा है। आने वाले दिनों में इसका प्रयोग बढ़ेगा। रोबोटिक सर्जरी चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी क्रांति है। यह जानकारी शनिवार को चेन्नई के अपोलो चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल से आए मूत्ररोग और रोबोटिक सर्जन डॉ़ वी श्रीपति ने दी। वह प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
डॉ़ वी श्रीपति ने बताया कि उन्होंने 2012 में अमेरिका में रोबोटिक सर्जरी की ट्रेनिंग ली है। तब से लेकर अब तक वही करीब दो सौ सर्जरी कर चुके हैं। इसका परिणाम बेहद सुखद है। मरीज के साथ मां-बाप के लिए इससे फायदेमंद कुछ नहीं हो सकता। इसमें चीरा बेहद छोटा लगता है। जो समय के साथ लगभग समाप्त हो जाता है। रोबोटिक सर्जरी सामान्य से थोड़ी महंगी जरूर होती है लेकिन इससे सफलता की गारंटी बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि 50 दिन के बच्चे की भी वह सफल सर्जरी कर चुके हैं। जिसमें बच्चे की किडनी में ब्लॉकेज हो गए थे। अगर सामान्य तरीके से यह सर्जरी की जाती तो खतरा बड़ा होता लेकिन रोबोटिक सर्जरी से यह बेहद आसान हुआ।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.