ब्लडप्रेशर लगातार रहने से डायबिटीज पनपने का खतरा दो दून बढ़ जाता है, भले ही आपका बी एम् आई परफेक्ट हो और ब्लडप्रेशर हाइपरटेंशन के बॉर्डर लाइन पर। यह कहना है ब्रिगहैम एंड विमेंस हॉस्पिटल और हॉवर्ड मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं का। उन्होंने अनुमान लगाया की शरीर में ज्यादा इन्फ्लैमेशन रहने या रक्तवाहिनियों की अंदरूनी लाइनिंग के सही ढंग से काम न करने के कारण रक्त कोशिकाओं के इर्द गिर्द के टिश्यू में जाने की गुंजाईश रहती है। नतीजतन टिश्यू क्षतिग्रस्त हो जाता है। बचाव के उपाय हैं – फ़ौरन जीवन शैली में बदलाव लाना, धूम्रपान छोड़ना, कसरत शुरू कर देना, मोटापे या अधिक वजन को काम करना और नमक का सीमित मात्रा में सेवन करना।
इसी तरह से एक ताज़ा अध्यन से पता चला है की उन लोगों में किडनी स्टोन्स पनपने का खतरा ५४ फ़ीसदी तक बढ़ जाता है, जिनमें नीचे बताई ५ समस्याओं में से कम से कम दो समस्याएं रहती है।
ये हैं समस्याएं –
पेट पर अत्यधिक चर्बी चढ़ना, है ब्लड ट्राई ग्लिसराइडस, गुड यानी एच डी एल कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आना, है ब्लड प्रेशर का होना और ग्लूकोज सहनशीलता में असंतुलन रहना। यदि किसी व्यक्ति में उक्त ५ में से तीन समस्याएं हैं तो उनमें किडनी स्टोन्स पनपने का खतरा ७० फीसदी ही जाता है। मेटाबोलिक सिंड्रोम एक गंभीर अवस्था है, जिसका ताल्लुक कोरोनरी हार्ट अटैक, डायबिटीज और यहाँ तक की मौत से भी है।
बचाव के उपाय हैं –
प्रोटीन और सोडियम का सेवन कम करना। क्योंकि ये दोनों ही चीजें उन तकलीफदेह क्रिस्टल्स का निर्माण कर सकती हैं, जिनकी वजह से किडनी स्टोन्स पनपने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।