लखनऊ। समाजवादी पार्टी भले ही हार गई हो लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के पुत्र अब्दुल्लाह आजम up विधानसभा की गठित होने वाली विधानसभा में सबसे कम उम्र के विधायक बन गए अब्दुल्लाह ने अपने पहले ही चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी और पांच के बार के विधायक नवाज काजिम अली को हरा दिया| अब्दुल्लाह आजम की उम्र पर विवाद उठा था लेकिन चुनाव आयोग ने क्लीन चिट दे दी थी।
पिता आजम से ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज किया है इससे लगता है की अब्दुल्ला लोकप्रियता में वह अपने पिता से कम नहीं हैं।
बताते चलें 26 साल का यह नौजवान अब्दुल्ला आजम खां सपा के सबसे कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खां के छोटे बेटे हैं। छात्र जीवन में हमेशा राजनीति से दूर रहें और उन्होंने नोएडा के गलगोटिया विश्वविद्यालय से बीटेक की डिग्री ली इसके बाद पिता का मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय संभाला। ट्रस्ट ने उन्हें जौहर विश्वविद्यालय का सीईओ बनाया है। इसी दौरान अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनाव से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया।
सपा में अंदरूनी कलह के बावजूद अब्दुल्ला को ही स्वार से प्रत्याशी बनाया गया। चुनाव लड़े और पिता आजम खां से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने न सिर्फ जीत दर्ज की बल्कि, पांच बार से विधायक नवाब काजिम अली खां का किला ढहाते हुए तीसरे पायदान पर धकेल दिया। रामपुर में आजम खां ने 1,02100 मत प्राप्त कर जीत दर्ज कराई। जबकि स्वार से अब्दुल्ला को 1,01085 वोट मिले।