लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय परिसर स्थित पोस्टमार्टम हाऊस का डीप फ्रीजर खराब होने से लावारिस लाशें सड़ चुकी है। तमाम शिकायतों के बाद भी फ्रीजर को ठीक नहीं कराया गया। केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि फ्रीजर कंपनी को रिपेयरिंग करने का लेटर लिखा गया था। फिलहाल अब फ्रीजर ठीक हो चुका है।
अगर पोस्टमार्टम के आकंडों को देखा जाए तो शहर के विभिन्न क्षेत्रों से दो तीन लावारिस शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचती रहती हैं। नियमों के अनुसार परिजनों के इंतजार में इन्हें कम से कम तीन दिन पोस्टमार्टम हाउस के फ्रीजर में रखा जाता है। शव मिलने के दो-तीन बाद अकसर ही मृतक के घरवालें उसे ढूंढते हुए यहां पहुंचते हैं तो अपने की सड़ रही लाश को देखते ही परिजन हंगामा भी कर देते है। केजीएमयू के सूत्र बताते हैं कि पिछले महिने संदिग्ध हालात में लखनऊ में जान गंवाने वाले ईमानदार आईएएस अनुराग तिवारी के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने अगले दिन सुबह ले जाने की बात
कही तो केजीएमयू प्रशासन ने उनके शव को सड़ने से बचाने के लिए एटनामी विभाग के फ्रिजर में रखवा दिया था।
बताया जाता है कि फ्रिजर को अक्घ्टूबर 2015 में लगवाया गया था। लगने के कुछ दिन बाद ही फ्रिजर खराब हो गया। इसके लिए कई बार फ्रिजर लगाने वाली कंपनी को इसे ठीक करने के लिए लिखा भी गया, लेकिन उसने सुनवाई नहीं की। कंपनी की लापरवाही की वजह से न सिर्फ उसका पेमेंट रोक दिया गया है। इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एस एन शंखवार का दावा है कि पोस्टमार्टम हाऊस के फ्रीजर को ठीक कर दिया गया है।