लखनऊ। लगभग एक साल पहले जन्मे बच्चे की मैात के बाद आरती तनाव में रहने लगी थी। घर परिवार व अन्य लोग मां न बन पाने का तंज कसा करते थे। कही भी रिश्तेदारी में जाती थी तो मां न बन पाने की बाते उसके परेशान कर देती थी। उसने पूछताछ में बताया कि पारिवारिक व सामाजिक कारणों से नवजात शिशु को चुराने का कारण बताया।
लोग उसे मां न बन पाने का भी ताना देने लगे थे –
पुलिस की पूछताछ में आरती के पति लवकुश ने बताया कि वह मूल रूप से बाराबंकी का रहने वाला है। यहंा काम धंधे की तलाश में आकर गोमती नगर में किराये के घर में रहने लगा था। यहां पर पुताई व मजदूरी करके जीवन व्यापन कर रहा था। उसकी पत्नी आरती को साल भर पहले बच्चा हुआ लेकिन जन्म लेने के बाद वह मर गया। इस कारण वह तनाव में रहने लगी थी।
इसके बाद लोग उसे मां न बन पाने का भी ताना देने लगे थे। इस कारण वह गांव में रिश्तेदारी में नहीं जाती है। लोगों के तंज सुनते सुनते उसके दिमाग में शातिर आइडिया में बच्चा चुराने का आ गया। उसने कई अस्पतालों में बच्चा चुराने का प्लान बनाया लेकिन सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था देख पस्त हो गयी ,लेकिन इंदिरा नगर के बाल महिला अस्पताल में कोई सुरक्षा व्यवस्था न देख अपनी योजना को अंजाम देना सोचा।
उसने यहां पर लक्ष्मी के परिजनों से दोस्ती बढ़ाने के साथ ही उसके साथ उठना बैठना शुरू किया। मौका देख वह बच्चा को ले भागी थी। पुलिस को संदेह था कि कहीं कोई गैंग तो नहीं काम कर रहा है लेकिन पूछताछ के बाद इससे पुलिस ने इनकार कर दिया है।