न्यूज़ – अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में ओरिएंटेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया ,जिसमें कार्मिकों को प्रशासनिक, वित्तीय विषयों के नियम कायदों को लेकर जागरूक किया गया। खास तौर पर संस्थान में नवनियुक्त ऑफिस असिस्टेंट के लिए आयोजित कार्यक्रम में प्रोफेसर, डॉक्टर और अन्य फेकल्टी मेंबरों ने भी प्रतिभाग किया। शनिवार को आयोजित ट्रेनिंग प्रोग्राम का एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने विधिवत शुभारंभ किया। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने कहा कि सभी कर्मचारियों को आचरण संबंधी नियमों का पूरी निष्ठा के साथ पालन करना होगा। उन्होंने संस्थान के सतत विकास के लिए इसे नितांत आवश्यक बताया।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि कर्मचारी ड्यूटी के दौरान और निजी जीवन में भी ऐसी किसी गतिविधि में हरगिज शामिल नहीं होंगे जो कि शिष्टाचार के विरुद्ध हो। एम्स निदेशक ने कर्मचारियों को संस्थान के विकास में योगदान देने के साथ ही विभिन्न प्रकार की सावधानियों पर भी विस्तृत चर्चा की। एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि नवनियुक्त कर्मचारियों का पहले दो साल का कार्यकाल परीक्षण काल का है, जिसमें उन्हें संस्थान की कसौटी पर खरा उतरना होगा। उन्होंने बताया कि कर्मचारी जब तक अपने कार्य को सही साबित नहीं करते उन्हें स्थायी नियुक्ति नहीं दी जाएगी।
ट्रेनिंग प्रोग्राम में उप निदेशक प्रशासन अंशुमन गुप्ता ने कर्मचारियों को विभिन्न पदों पर नियुक्तियों में आरक्षण और आरक्षण की रोस्टर प्रणाली के बारे में बताया, जबकि एफएनसीओ डीपी लखेड़ा ने वित्तीय अधिकारों के प्रयोग संबंधी जानकारी दी। प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत ने उन्हें लीव रुल्स, ऑफिस प्रोसिजर और स्टेबलिशमेंट मैटर्स जबकि एकाउंट ऑफिसर सुभाष मलिक ने टीए रुल्स संबंधी जानकारी दी। इस अवसर पर प्रोफेसर बीना रवि, प्रो.ब्रिजेंद्र सिंह, प्रो.मनोज गुप्ता, प्रो.लतिका मोहन, प्रो.शालिनी राव,प्रो.प्रतिमा गुप्ता आदि मौजूद थे।
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