लखनऊ। राजधानी के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में एण्डीरैबीज का संकट हो गया। ऐसी स्थिति में अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। अस्पताल प्रशासन के कई बार रिमांडर देने पर दवा सप्लायर ने सप्लाई नहीं दी।
सप्लायरों का एक ही समूह इन अस्पतालों में वैक्सीन करता है –
सबसे पहले गोमतीनगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल में वैक्सीन का संकट खड़ा हुआ है। आगे चलकर बलरामपुर, सिविल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में किल्लत हो सकती है, क्योंकि सप्लायरों का एक ही समूह इन अस्पतालों में वैक्सीन करता है। फिलहाल, लोहिया अस्पताल में जिनका पहली बार वैक्सीनेशन करना है, उनको ही वरीयता मिलती है। बलरामपुर व सिविल अस्पताल में वैक्सीनेशन हो रहा है, लेकिन स्टाफ में वैक्सीन की किल्लत बनी हुई है।
पशु काटने पर इन अस्पतालों में वैक्सीन मुफ्त में लगायी जाती है लेकिन निजी मेडिकल स्टोरों पर तीन सौ से पांच सौ की कीमत पर मिलती है। लोहिया अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. ओमकार यादव ने बताया कि दवा सप्लार से सम्पर्क करने पर उनसे आश्वासन दिया है कि जल्द ही वैक्सीन की आपूर्ति करेंगे।