लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में तैनात डाक्टरों द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस करने की कार्रवाई करना शुरु कर दिया है। बृहस्पतिवार को टुड़ियागंज स्थित आयुर्वेद कालेज के तीन डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस डॉक्टर क्लीनिक में मरीजों को भर्ती करके एलोपैथी इलाज कर रहे थे। इनमें एक क्लीनिक में डाक्टर गायब मिला। दूसरे में आयुर्वेद डाक्टर ग्लूकोज चढ़ाते मिले। मौके पर सीएमओ की टीम ने दोनों क्लीनिक नोटिस दे दी है आैर तत्काल जवाब मांगा है।
सीएमओ डा. जीएस बाजपेई ने बताया कि लगातार कुछ क्लीनिक में सरकारी डाक्टरों द्वारा प्राईवेट प्रैक्टिस करने की शिकायत मिल रही है। इसके तहत बृहस्पतिवार को टुड़ियागंज स्थित की एक आर्थो क्लीनिक पर छापा मारा। बताया जाता है कि छापे की सूचना लीक होने पर पहले ही डॉक्टर व स्टॉफ क्लीनिक छोड़कर भाग निकले। मौके पर एक कर्मचारी से सीएमओ की टीम ने पूछताछ किया तो पता चला आर्थो क् लीनिक डॉ. अरुण लाल चलाते है। बताया जाता है कि यह डाक्टर गैर जनपद में तैनात है। यहां पर मौजूद कर्मचारी को नोटिस थमा कर टीम ने बुलाकी अड्डा स्थित क्लीनिक पर छापा मारा।
जहां पर आयुर्वेद अस्पताल के डॉक्टर धमेंद्र व रूपाली मरीजों को एलोपैथी इलाज करते मिली। पूछताछ किया तो पता चला क् लीनिक का पंजीकरण तक नहीं है। टीम को मौके से ग्लूकोज की बोतल, एलोपैथी दवाएं सहित अन्य दवा भी एलोपैथ की मिली। सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई ने बताया दोनों क्लीनिक को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है। उनका कहना है मामले की जांच कराई जा रही है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। जांच में बिना पंजीकरण के क्लीनिक चलती मिली।