लखनऊ। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक हो जा रही है। पिछले एक सप्ताह में सक्रिय मरीजों की संख्या में करीब ढाई गुने का इजाफा हुआ है। इसकी चपेट में आये लखनऊ के एक पत्रकार की केजीएमयू में मौत हो गयी, जब कि अन्य कोरोना संक्रमित होकर अपना इलाज करा रहे है। इसके अलावा 25 मरीज अकाल मृत्यु का शिकार बने हैं। राजधानी में शनिवार को 273 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गयी है।
सरकार ने कोरोना के खतरे के मद्देनजर नयी गाइडलाइंस जारी की है हालांकि होली और शबे बारात में कोई कड़े प्रतिबंध नहीं लगाये है। लोगों को कोरोना से बचाव की लगातार नसीहत दी जा रही है, लेकिन त्योहार के मद्देनजर सड़कों और बाजारों में उमड़ती खतरे के गहराने के संकेत दे रही है वहीं पंचायत चुनाव के ऐलान से ग्रामीण इलाकों में सरगर्मी बढ़ गयी है।
पिछली 20 मार्च को प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 2774 थी जबकि एक दिन में मिले मरीजों की तादाद 442 थी जिसमें लखनऊ में मिले 115 मरीज शामिल थे। इसके बाद हर रोज कोरोना संक्रमितों की संख्या में उत्तरोत्तर इजाफा होता गया और शनिवार को जारी रिपोर्ट में पिछले 24 घंटो के दौरान 1061 नये मरीज पाये गये जिन्हे मिलाकर राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 6615 हो चुकी है। इस दौरान लखनऊ में कोरोना के 273 नये मामले मिले हैं। पिछले सात दिनों में कोरोना से 25 मरीजों की मौत हो चुकी ह,ै जिनमें वरिष्ठ पाकार एवं राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति में कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद श्रीवास्तव भी शामिल हैं।