लखनऊ। बालीवुड फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा मंगलवार को राजधानी के सरकारी अस्पतालों में शूटिंग नहीं, बल्कि एक दोस्त अभिभावक और सहेली की भूमिका में गर्भवती महिलाओं को पोषण खानपान की जानकारी दे रही थी तो डॉक्टरों से महिलाओं और बच्चों की चिकित्सा व्यवस्था को समझ रही थी। कई जगह उन्होंने नन्हे-मुन्ने बच्चों को लाड़ दुलार भी किया। यूनीसेफ के कार्यक्रमों के तहत आज फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने राजधानी के कई अस्पतालों स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। वहां पर सरकारी अस्पतालों में इलाज के इंतजाम देखे। बच्चों की सेहत का हाल लिया। उन्हें गोद में उठाकर दुलार किया। वहीं गर्भवती महिलाओं को सही पोषण के फायदे गिनाएं।
अस्पतालों में मरीजों की भीड़ को देख प्रियंका दंग रह गईं। डॉक्टरों से पूछा कैसे मरीजों को मैनेज करते हैं आप… डॉक्टर अपने दिन-रात की मेहनत को बता रहे थे।
सुबह सबसे पहले फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा आशियाना स्थित लोकबंधु अस्पताल के वन स्टाप सेंटर पहुंचीं। उसके बाद अस्पताल की व्यवस्था को देखा। नन्हे-मुन्हे बच्चों को देख वह खुद को रोक नहीं रोक पायी। बच्चों को लाड़ दुलार किया। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी समेत अन्य डॉक्टरों से इलाज संबंधी जानकारी हासिल की। संसाधनों के बारे में भी जानकारी ली।
इसके बाद
प्रियंका चोपड़ा सरोजनीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचीं। अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिलाओं की सेहत का हाल लिया। ओपीडी में एंटीनेटल चेकअप की डॉक्टर से जानकारी ली। यहां पर इलाज की पूरी प्रक्रिया देखी। उसके बाद महिलाओं से पोषण की बात चीत की। उन्होंने सलाह दी कि वह सब पौष्टिक आहार लें। गर्भावस्था के दौरान हरी साग सब्जियां, फल आदि का सेवन जरूर करें। इससे सुरक्षित प्रसव की उम्मीद बढ़ेगी। स्वस्थ्य शिशु का जन्म होगा।
यहां से दोपहर लगभग 12 बजे वीरांगना अवंती बाई डफरिन अस्पताल पहुंची। यहां पर प्रियंका चोपड़ा ने सबसे पहले सिक न्यू बार्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) देखा। वहां वार्ड के ज्यादातर बेड पर नवजात शिशुओं की किलकारी गूंज रहीं थीं। नन्हें-मुन्हे शिशुओं को देख वह गदगद हो गईं। उन्होंने लखनऊ की पूजा और लखीमपुर की अमीना के नवजात शिशुओं को दुलारा। अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सलमान खान ने प्रियंका को बताया कि इस यूनिट में कम वजन के शिशु भर्ती किए जाते हैं।
डॉ. सलमान ने प्रियंका को कंगारू केयर यूनिट के बारे बताया। डॉ. सलमान ने बताया कि समय से पहले जन्मे शिशुओं को मां अपने सीने से चिपका कर रखती हैं। इससे शिशुओं का शारीरिक विकास तेजी से होता है। प्रियंका ने जुड़वा बच्चों को जन्म देने वाली अंकिता से भेंट की। अंकिता शिशुओं को लेकर अस्पताल में फॉलोअप के लिए आई हुई थीं। डॉ. सलमान ने बताया कि जन्म के समय जुड़वां बच्चों का वजन 1200 ग्राम था। देखरेख व इलाज के बाद शिशुओं का वजन करीब चार किलो हो गया है। अब शिशु चार माह के हैं।
प्रियंका ने बलरामपुर अस्पताल के पोषण वार्ड में इलाज की व्यवस्था देखी। उन्होंने नए वार्ड का शुभारंभ भी किया। इसके अलावा वार्ड में भर्ती कुपोषित बच्चों से मिलीं।