मासिक धर्म जिसे आम भाषा में पीरियड या फिर माहवारी भी कहते हैं , यह एक प्राकृतिक रूप से चलने वाली क्रिया है जो महिलाओं को हर महीने 28 दिनों के दौरान होती है। फिर भी जैसे जैसे मासिक धर्म की तिथि नजदीक आती है उसके साथ उनका डर भी बढ़ता जाता है, क्योंकि महिलाएं अक्सर सही विकल्प का चयन नहीं कर पाती हैं और इस बात को लेकर हमेशा डरती रहती हैं कि वह ऐसी किस चीज का उपयोग करें जिससे रक्त स्राव ठीक ढंग से अवशोषित हो जाए। इस समस्या से निपटने के लिए सही चुनाव को लेकर महिलाएं अक्सर झिझकती रहती हैं और सही विकल्प नहीं चुन पातीं।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ पूनम मिश्रा बताती हैं कि आज महिलाओं के लिये सेनेटरी पैड के अलावा टैम्पान जैसा विकल्प मौजूद है लेकिन इसका उपयोग बिना जानकारी के नहीं किया जा सकता। टैम्पान भी सेनेटरी पैड के तरह स्त्री स्वच्छता उत्पाद के रूप में इस्तेमाल करने वाली शोषक सामग्री है। जो कि जो बेलनाकार की होती है। टैम्पान मासिकधर्म के दौरान मासिक प्रवाह को अवशोषित करने वाला पदार्थ है। ये रुई का पदार्थ होता है जो की रक्तस्राव को रोकने के लिए उपयोग किया जाता है। मासिक धर्म के दौरान सही उत्पाद चयन करना महत्वपूर्ण है। लेकिन इसके बारे में सही जानकारी आज के समय में केवल 1०० में से 5० प्रतिशत महिलाओं को ही हैं।
सेनेटरी पैड के साथ अब टैम्पान भी है बेहतर –
डॉ मिश्रा बताती हैं टैम्पान आज से नहीं काफी समय पहले प्रयोग में है महिलाये रुई का फाहा या फिर कपड़े को अपने प्राइवेट पार्ट में रख कर इसका प्रयोग करती है। जिससे रक्त स्त्राव तो रुक जाता है। लेकिन उन्हंे यह नहीं पता होता कि इससे इन्फेक्शन फैलता है और महिलाये व युवतियां कई बीमारियों का भी शिकार होती हैं। शहर में तो यह ‘पैक्ड’ व अपने नाम ‘टैम्पान’ से मिलता है, लेकिन गांवों में महिलायंे आज भी घरेलू कपड़े व रुई का पैड बना कर उपयोग करती हैं, हालांकि उन्हें इसके बारे में समझाया जाता है लेकिन फिर भी वह पूरी तरह से समझती नहीं हैं। डाक्टर मिश्रा आगे बताती है, इस कार्य में आशा कार्यकत्री की मदद ली जा सकती है। ताकि उन्हंे इसका प्रयोग करना सिखाया जा सके। जहां तक टैम्पान उत्पाद का सवाल है तो इसे महिलाओं के शरीर के अंदर रखा जाता है। इस बारे में इस्तेमाल करने वाले को इसकी अच्छी तरह से जानकारी देना काफी आवश्यक है।
कोई खतरा नहीं है इसे उपयोग करने में –
जिस प्रकार आप सेनेटरी पैड का प्रयोग करते है। इसको उपयोग करने में भी कोई खतरा नहीं है। बहुत सी कुंवारी लड़कियों के मन में यह भाव आते हैं कि इसको उपयोग करने से वह वर्जिन नहीं रह जाएंगी, क्योंकि यह प्राइवेटपार्ट में जाता है लेकिन उनका यह सोचना बिल्कुल गलत है। हर चीज जो बनाई जाती है वह सावधानी बरत के ही बनाई जाती है तथा इससे कभी भी कौमार्यता भंग नहीं होती है। यह इस्तेमाल करने में काफी आसान तथा सुविधा जनक है। इसलिए अनेक महिला चिकित्सक भी इसकी सलाह देती हैं।
जागरूकता की है बहुत जरूरत –
हर चीज को प्रयोग करने से पहले उसकी जानकारी होना जरूरी है। जागरूकता न होने के कारण महिलायें व युवतियां नहीं समझ पाती कि वह अपने शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंग के साथ क्या कर रही हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि इसकी जानकारी कॉलेज स्तर पर ही विद्यालयों में कैम्प लगाकर देनी चाहिए, विश्ोषकर मित्रवत माहौल में जिससे लड़कियां बिना झिझक अपनी उत्सुकता का जवाब पा सके।
6 से 8 घंटों तक रक्तस्राव रोकता है टैम्पान –
जिस प्र्रकार सेनेटरी पैड स्त्रीयां प्रयोग करता है ठीक उसी प्रकार मासिक प्रवाह को रोकने के लिए टैम्पान का प्रयोग कर सकती है इसको आठ घंटे तक उपयोग किया जा सकता है तथा यह बेहद आरामदायक होता है इससे आठ घंटे बाद बदल सकते है। यानी कि किसी पार्टी में जाने में आपको किसी प्रकार का टेंशन लेने की आवश्यकता नहीं है। अराम से अपने सारे महत्वपूर्ण कार्य कर सकते हैं ।
एंटी मेडीकेटेड माइक्रो बाएस्ड है टैम्पान –
बाजारों में अब ऐसे टैम्पान आ गये जो हमारे महत्वपूर्ण अंग को सुरक्षित रखते हैं तथा इन्फेक्शन नहीं फैलने देते है। यह भी सेनेटरी पैड के तरह सुरक्षित है उपयोग में साथ ही यह किसी प्रकार कि समस्या नहीं होने देते हैं आपके महत्वपूर्ण अंग को सुरक्षित रखते हैं।
तरीका गलत होने से हो सकती है यह बीमारी –
आज भी अगर शहर की बात न की जाए तो गांव में रुई के फाहा बना के मासिक धर्म में रक्तस्राव रोका जाता है। जिस कारण कभी कभार वह अंदर ही रह जाता है, इसकी लोगों को जानकारी न होने के कारण कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, और वह कहने म्ों झिझकती है। जिससे ‘टॉक्सिस शॉक’ नामक बीमारी से ग्रस्त हो जाती है।