लखनऊ। सिटी स्टेशन के समीप स्थित सिल्वर जुबली बाल महिला चिकित्सालय में आज गर्भवती महिला को रोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई। महिला को स्वास्थ्य विभाग ने लोक बंधु चिकित्सालय में भर्ती करा दिया है। इसके साथ ही अस्पताल को सैनिटाइजेशन करने का निर्देश दिया गया है। 3 दिन पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने सिलवर जुबली चिकित्सालय का निरीक्षण करके वहां की प्रभारी को निर्देश दिया था कि कोरोना के संभावित मरीज को देखते हुए आइसोलेशन वार्ड अलग कर दिया जाए ताकि संदिग्ध कोरोनावायरस के मरीज को उसमें भर्ती करके पहले जांच कराई जाए उसके बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने पर बाल में सेट किया जाए।
लेकिन चिकित्सालय प्रभारी सीएमओ की बात को नजरअंदाज किया और अलग आइसोलेशन वार्ड का निर्माण नहीं किया। बताया जाता है कि ऐसे में बांस मंडी निवासी रेहाना इलाज के लिए पहुंची तो उसे पहले वार्ड में भर्ती किया गया। इलाज के दौरान उसको रोना संदिग्ध के लक्षण लगने पर जांच के लिए भेजा गया जहां उसे करोना पॉजिटिव पाया गया। आनन-फानन में स्वास्थ विभाग में आइसोलेशन वार्ड को बंद करके सैनिटाइजेशन कराने के लिए कहा लेकिन बाद में बताया जाता है कि जब पता चला कि आइसोलेशन वार्ड नहीं बना है तो पूरे अस्पताल को सैनिटाइज करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है अगर सिल्वर जुबली प्रशासन अगर निर्देशों का पालन करता तो मरीज आइसोलेशन वार्ड में ही रहता। फिलहाल मरीज के सीधे संपर्क में रहने वाले पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टर को क्वॉरेंटाइन करने का निर्देश दिया गया है और 8 लोगों के नमूने भी केजीएमयू भेजा गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग नेम महिला के परिजनों की जांच नमूने लेते हुए सभी का क्वॉरेंटाइन में जाने का निर्देश दे दिया है।