सपा सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं में थी अराजकता, न डॉक्टर थे न दवा: सीएम

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सपा सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं में थी अराजकता, न डॉक्टर थे न दवा: सीएम योगी*

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*लखनऊ। सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष पर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर करारा हमला करते हुए कहा कि यूपी आज वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की तरफ जा रहा है। पहले की तुलना में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने का कार्य किया गया है। 2017 से पहले स्वास्थ्य सेवाओं में अराजकता की स्थिति थी। उस दौरान न दवा थी और ना डॉक्टर थे। आज उऐैसे काफी हद तक लाइनअप करने का कार्य हुआ है। सभी रिफॉर्म के परिणाम तेजी से सामने आएंगे। स्वास्थ्य से संबंधित हर योजना का लाभ प्रत्येक लाभार्थी को प्रदान करने का कार्य कर रहे है। इसी का परिणाम है कि भारत सरकार के आयुष्मान भव अभियान में यूपी को पहला स्थान मिला है।

*भारत सरकार 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस देना चाहती थी पर सपा सरकार ने नहीं लिया*
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के 3,432 हाॅस्पिटल आयुष्मान भारत योजना में इम्पैनल्ड हुए हैं। अब तक 21 लाख 98 हजार लोग लाभान्वित हुए हैं। सपा सरकार के समय इंसेफलाइटिस का सबसे बुरा हाल था। पूर्वी उत्तर प्रदेश में बच्चे तड़प-तड़प कर मरते थे। पिछले 40 साल में इससे 50 हजार बच्चों की मौत हुई। उन्हाेंने कहा कि वह भी किसी दलित, गरीब और पिछड़े के बच्चे रहे होंगे, तब सपा को उनकी याद नहीं आई थी। हमने बच्चों को जाति मजहब से जोड़कर नहीं देखा। आज इससे किसी बच्चे की मौत नहीं होती। हर बच्चा हमारा भविष्य है। वहीं अंतर विभागीय समन्वय से इंसेफलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, कालाजार जैसी बीमारियों को नियंत्रित करने का काम किया गया है।

्हम रिजल्ट पर फोकस होकर काम करने वाले हैं जबकि ये लोग हवा में तीर छोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ढाई सौ एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस देना चाहती थी, लेकिन सपा सरकार ने नहीं लिया। वहीं हमने हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का कार्य किया है।

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2017 से पहले गरीबों को मिलने वाला राशन खाद्यान्न माफिया की चढ़ जाता था भेंट*

सीएम योगी ने सपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर करारी चोट करते हुए कहा कि 2017 से पहले हर योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती थी। आज पारदर्शी व्यवस्था से जीरो लिंकेज के लक्ष्य को डीबीटी के माध्यम से अचीव किया गया है। प्रदेश में आवास, पेंशन, छात्रवृत्ति, बच्चों की यूनिफॉर्म, स्टेशनरी की योजनाओं का लाभ डीबीटी के माध्यम से दिया जा रहा है। अब तक 55 लाख 58 हजार से अधिक गरीबों को आवास देने का कार्य हुआ है। वहीं निराश्रित महिला पेंशन, दिव्यांग पेंशन, वृद्धा पेंशन की धनराशि को डीबीटी के जरिए सीधे अकाउंट में भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 2 लाख 55 हजार से अधिक जोड़ों का विवाह हुआ है। इसके अलावा शादी अनुदान के लिए 3 लाख 85 हजार से अधिक लाभार्थियों को अलग से धनराशि दी गई है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत 10 लाख 33 हजार स्ट्रीट वेंडर को 1190 करोड़ ऋण वितरित की गयी। 2017 से पहले गरीबों को मिलने वाला राशन खाद्यान्न माफिया की भेंट चढ़ जाता है। आज यूपी में ई पॉश मशीन से 15 करोड़ गरीबों को राशन वितरण का कार्य हो रहा है। यूपी वन नेशन वन राशन कार्ड योजना लागू करने वाले राज्यों में शामिल है। यूपी के किसी भी जिले का गरीब व्यक्ति देश की किसी भी सरकारी राशन की दुकान से राशन ले सकता है। इसके अलावा उचित दर की दुकानों को कॉमन सेंटर के रूप में आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। सपा सरकार में त्योहारों पर सिलेंडर को लेकर मारामारी होती थी। इस दौरान सरकार उन्हें पिटवाकर उनका त्योहार खराब करती थी। वहीं आज एक करोड़ 75 लाख उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को दीपावली और होली में फ्री सिलेंडर दिया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटी के जन्म लेने से लेकर शादी तक के पैकेज की व्यवस्था है। अब तक 17 लाख 53 हजार बेटियां इससे लाभान्वित हो चुकी हैं। इसके अलावा कोरोना काल खंड में निराश्रित 13,280 बच्चों को भरण पोषण के लिए सरकार धन दे रही है। इतना ही नहीं बैंकिंग एट योर डोर योजना को लागू करने के मामले यूपी देश का पहला प्रदेश है।

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