लखनऊ। जब तक आपका बेड पार्टनर आपको गहरी नींद में बाधा नहीं डाल रहा। तब तक आप शायद खर्राटों के बारे में नहीं सोचेंगे जो की एक चिन्ता करने की अवस्था हैं, लेकिन बार बार जोर से खर्राटे लेना स्लीप एपनिया का संकेत हो सकता हैं। हालांकि स्लीप एपनिया उपचार योग्य हैं परन्तु यह अक्सर ही अनदेखा किये जाते हैं। यह बात किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के श्वसन चिकित्सा विभाग के प्रमुख डा. सूर्यकांत ने कहा कि स्लीप एपनिया आपके सोने के तरीके को प्रभावित करता हैं।
अनुपचारित स्लीप एपनिया में सोते समय सांस लेते समय सांस थोड़ी देर के लिए रुक जाती हैं। यह सांस रुकना आमतौर पर 10 से 20 सेकंड के लिए होता हैं और रात में सैकड़ों बार हो सकता हैं, जो आपको आपकी प्राकृतिक नींद की लय से अलग कर देता हैं। नतीजतन आप हल्की नींद में अधिक समय बिताते हैं और गहरी नींद में कम जबकि सुकून भरी नींद में आप ऊर्जावान मानसिक रूप से तेज महसूस करते हैं। इस पुरानी नींद की कमी से दिन में जो नींद आती हैं वो खराब एकाग्रता और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा देती हैं।
स्लीप एपनिया के कारण:-
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया यह स्लीप एपनिया का सबसे सामान्य प्रकार हैं। यह तब होता है जब नींद में गले की मांसपेशियों की शिथिलता के चलते श्वसनमार्ग के आंशिक या पूर्ण रूप से अवरुद्ध होने लगता हैं,जिससे अक्सर आप जोर से खर्राटे लेते हैं।
स्लीप एपनिया में सोने के दौरान एयरफ्लो रुक जाता हैं, जिससे आपके रक्त में आक्सीजन का स्तर गिर जाता हैं। आपका मस्तिष्क आपकी नींद में खलल डालकर प्रतिक्रिया करता हैं कि आप सांस लेना शुरू करें जो अक्सर हांफने या घुटन भरी आवाज के रूप में सामने आता हैं।
स्लीप एपनिया के लक्षण:-
अपने आप ही स्लीप एपनिया की पहचान करना कठिन हो सकता हैं क्योंकि सबसे प्रमुख लक्षण केवल तब होते हैं जब आप सो रहे होते हैं। लेकिन आप अपनी नींद की आदतों के बारे में अपने पार्टनर से पूछ सकते हैं या नींद के दौरान खुद को रिकार्ड करके इस कठिनाई के आसपास पहुंच सकते हैं। यदि आप खर्राटे लेते समय रुक जाते हैं और अगर घुटते या हांफते हैं, तो ये प्रमुख संकेत हैं कि आपको स्लीप एपनिया हैं।
स्लीप एपनिया का एक और सामान्य संकेत दिन के दौरानए काम पर या ड्राइविंग करते समय नींद आना भी हैं। दिन में जब आप सक्रिय नहीं होते हो तब आपको तेज़ी से नींद आने लगे या फिर नींद के दौरान सांस लेने में समस्या होने पर अपने डॉक्टर से बात करें।
स्लीप एपनिया के अन्य सामान्य लक्षण –
- सुबह का सिरदर्द
- ध्यान केंन्द्रित न कर पाना
- चिड़चिड़ापन, उदास महसूस करना या मिजाज या व्यक्तिव में बदलाव आना
- पेशाब करने के लिए बार- बार उठना
- जब आप उठते हैं तो मुंह या गले में खराश होना
- स्लीप एपनिया किसी भी उम्र में यहां तक कि बच्चों को भी प्रभावित कर सकता हैं। स्लीप एपनिया के जोखिम में पुरूष ज्यादा होते है। जिनमें अधिक वजन होना 40 वर्ष से अधिक आयु का होना
- बड़े गर्दन का आकार ;पुरुषों में 17 इंच या उससे अधिक और महिलाओं में 16 इंच या उससे अधिक
- बड़ी टान्सिल, बड़ी जीभ या छोटी जबड़े की हड्डी
- स्लीप एपनिया का पारिवारिक इतिहास होना
- गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्सए या जीईआरडी
एलर्जीए या साइनस की समस्याओं के कारण नाक में रुकावट स्लीप एपनिया होने के कारण यह स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं
- उच्च रक्तचाप
- स्ट्रोक
- अनियमित दिल की धड़कनए और दिल का दौरा
- मधुमेह
- अवसाद
- एडीएचडी का बिगड़ जाना
- सिरदर्द
इसके अलावा रोज़मर्रा की गतिविधियों में खराब प्रदर्शन के लिए अनुपचारित स्लीप एपनिया जिम्मेदार हो सकता है जैसे कि काम या स्कूलए मोटर वाहन दुर्घटनाएं और बच्चों और किशोरों में अकादमिक कमज़ोरी।
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