लखनऊ। आपकों खर्राटे आ रहे हैं, गंभीर हो जाएं। यह परेशानी आपकी नींद से जुड़ी होती है। इसके लिए विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श की आवश्यकता होती है। यह जानकारी सरस्वती डेंटल कॉलेज कॉलेज के डॉ. अरविंद त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता में दी। डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि सरस्वती डेंटल कॉलेज में 20 से 25 सितंबर तक डेंटल स्लीप मेडिसिन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होगा। सम्मेलन का उदे्श्य लोगों को बीमारी के प्रति जागरुक करना है। सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. केएन दुबे ने बताया कि नीद में खराटे की परेशानी बढ़ती जा रही है। समय पर इलाज व जागरुकता से खर्राटे से होने वाली दिक्कतों से खुद को बचा जा सकता है। पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप ऐपनिया से पीड़ित 80 फीसदी लोगों को बीमारी की जानकारी नहीं होती है। बीमारी के बारे में जानना व इलाज के तौर-तरीका जानना जरूरी है।केजीएमयू रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि देश में लगभग 13 करोड लोगों को नीद में खर्राटे से परेशान है। क्लीनिकल में इसे ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप ऐपनिया डिजीज कहते हैं। इस बीमारी मे रात सोते समय जोर से खर्राटे आते हैं। शरीर ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इससे कई शरीर में कई बीमारियां पैदा हो जाती है। ऐसे लोगों को दिन में नींद बहुत आती है।