भारतीय भोजन चाहे वह घर का हो या होटल का। खाने में नमक स्वादानुसार लेने के नमक रखा मिल जाता है, लेकिन यदि इसकी मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाए, तो यह सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है। लेकिन अब अमेरिका में नमक की मात्रा को काबू में रखने के लिए इस बारे में गाइडलाइन जारी की गई है । ताकि बीमारियों पर काबू पाया जा सके।
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने जल्द ही रेस्तरां के खाद्य पदार्थों में स्वैच्छिक रूप से नमक कम करने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है।
प्रतिदिन 3,400 मिलीग्राम नमक का उपयोग होता है –
बताते चले कि अमेरिका में औसतन प्रतिदिन 3,400 मिलीग्राम नमक का उपयोग होता है। पर विशेषज्ञ डाक्टर के सुझावों के आधार पर एफडीए अगले दो साल में नमक का इस्तेमाल प्रतिदिन 3,000 मिलिग्राम और अगले 10 साल में 2,300 मिलीग्राम तक करना चाहता है।
धिक नमक से उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है –
देखा जाए तो अधिक नमक से उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है, जिससे हृदय संबंधी रोग होने की आशंका बढ़ जाती है। साथ ही इससे हड्डियां कमजोर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। अब देखना यह है अमरीका की तरह
भारत में दिल के मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए अगर भविष्य में कब दिशा-निर्देश जारी करता है क्योकि यहां बीपी के मरीज तेजी से बढते जा रहे है।