साफ्ट टूथ ब्रश से बनी रहेगी दांतों में चमक

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के दंत संकाय में ग्लोबल आउटरीच डिजीटल डेन्टीस्ट्री कांफ्रेंस में प्रत्यारोपण के नयी तकनीक की जानकारी विशेषज्ञों ने दी। कांफ्रेंस में दंत चिकित्सक डा. रमेश भारती ने बताया कि प्रतिदिन सुबह ब्राश करना तो हम सभी दिनचर्या में शामिल रहता है, लेकिन ज्यादातर लोग शाम को ब्राश करना भूल जाते हैं, जबकि शाम को ब्राश करना दांतों के लिए आवश्यक होता है।

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उन्होंने बताया कि मंजन करने की प्रक्रिया में टूथ पेस्ट से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका ब्राश की होती है। इसलिए ब्राश की चयन करने में सावधानी बरतते हुए उच्च गुणवत्ता वाले का प्रयोग करने चाहिए। उन्होंने बताया कि वैसे बाजारीकरण में विज्ञापनों से अलग- अलग टूथ ब्राश के बारे में जानकारी दिया जाता रहता है ,लेकिन अगर सॉफ्ट ब्राश का सेवन कि या जाए, तो दांतों की चमक बनी रहती है।

विभाग में चल रहे ग्लोबल आउटरीच डिजीटल डेन्टीस्ट्री कांफ्रेंस में डा. हैथम शाहशर ने दंत प्रत्यारोपण से पहले की जाने वाली मैपिंग के प्रयोग में सॅाफ्टवेयर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने प्रत्यारोपण से पहले होने वाली मैपिंग और बाद की मैपिंग के तकनीक की गहनता से जानकारी दी। अहमदाबाद से आए डा. नीरज कीनारीवाल ने रूट कैनाल में साफ्टवेयर प्रयोग की जानकारी देते हुए कहा कि दांतों के प्रति जागरूकता बढ़ने से रूट कैनाल के मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसके करने के लिए विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने साफ्टवेयर के माध्यम से नयी तकनीक की जानकारी दी। दंत संकाय के डीन डा. अनिल चंद्रा ने दांतों के इलाज के दौरान डाक्टरों द्वारा बरती जाने वाली सावधानी से वाकिफ कराया। मौके पर प्रति कुलपति डा. जीपी सिंह, डा. प्रदीप टंडन, डा. प्रदुमन मिश्रा, डा. अजय सिंह, डा. सौम्येंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

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