प्रदेश के सीएचसी और पीएचसी पर होगा विशेष ध्यान

0
550

 

Advertisement

 

 

 

लखनऊ। ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी पीएचसी की सूरत को पूरी तौर पर बदलने और स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने के लिए योगी सरकार ने एक बड़ा फैसला आमजन के हित में लिया है। जिससे सीधे तौर पर लोगों को इलाज में काफी लाभ मिलेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम 11 को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों की सीएचसी और पीएचसी में उपकरणों की मरम्मत, क्रियाशीलता, परिसर की रंगाई-पुताई, स्वच्छता और मैन पावर की पर्याप्त उपलब्धता के संबंध में विशेष कारवाई की जाए इस पूरी प्रक्रिया को तेज किए जाने के आदेश भी सीएम ने आला अधिकारियों को दिए हैं। इसके लिए एक विशेष टीम गठित हो, जो इसकी सतत मॉनीटरिंग करेंगें।
बता दें कि प्रदेश में 3011 पीएचसी , 592 अर्बन पीएचसी और 855 सीएचसी हैं जिनका कायाकल्प योगी सरकार कराने जा रही है। बेसिक शिक्षा विभाग में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ की तर्ज पर स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन विभाग में भी अभियान चला कर व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में सीएचसी पीएचसी का सौंदर्यीकरण ऑपरेशन कायाकल्प की तर्ज पर किया जाए।

दवाओं समेत उपकरणों की सूची शासन ने की तैयार
महानिदेशक डीएस नेगी ने बताया कि प्रदेश में तीसरी लहर को लेकर सरकार द्वारा ठोस कदम उचित समय पर उठाए जा रहे हैं। प्रदेश की जनता को तीसरी लहर के संक्रमण से बचाने के लिए योगी सरकार प्रतिबद्ध है जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं अभी से जमीनी स्तर पर डटे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग में भी किसी लहर को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश में तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए
हर स्तर पर तैयारियों को तेज कर दिया गया है। सभी जनपदों की सीएचसी और पीएचसी में बच्चों को तुरंत इलाज मिल सकेगा। शासन ने दवा और उपकरणों की सूची तैयार कर ली है।

जून के पहले सप्ताह शुरू होगा प्रशिक्षण
विश्व में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग जून के पहले सप्ताह प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू करेगा। केजीएमयू और पीजीआई के एक्सपर्ट डॉक्टर्स प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर को विशेष प्रशिक्षण देंगे।

Previous articleमहामारी से मिलने लगी देश को राहत, 44 दिनों बाद आए सबसे कम नए मामले; 24 घंटों में 1.86 लाख केस
Next articleकोविड-19 के तनाव से 41.4 प्रतिशत भारतीय महिलाओं में अनियमित माहवारी -सर्वे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here