STF ने सरकारी अस्पतालों की दवा बेचने वाले गिरोह का किया खुलासा, दवाएं बरामद

0
578

 

Advertisement

 

 

 

लखनऊ। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ ) ने
सरकारी अस्पतालों की दवाईयों को खुले बाजार में बेचने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। भारी मात्रा में सरकारी दवाईयाँ बरामद की है। लगभग बरामद सभी दवाएं केजीएमयू के एच आर आफ काउंटर से चोरी-छिपे घालमेल करके बाजार में बेची जा रही थी। केजीएमयू प्रशासन ने उसकी उच्चस्तरीय जांच कमेटी बना दी है।

 

 

 

 

 

बृहस्पतिवार को एस टी एफ ने सरकारी अस्पतालों की दवाईयों को खुले बाजार में बेचने वाले गिरोह के 03 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में सरकारी दवाईयाँ बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

 

 

 

 

 

 

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-

1- रजनीश कुमार पुत्र कृष्ण निवासी-बसारा, थाना महोली, जनपद सीतापुर वर्तमान पता-निशांत वर्मा का किराये का मकान, 60 फिट रोड, त्रिवेणी नगर
2- नितिन बाजपेयी निवासी हुमायूपुर, थाना मिश्रिख, जनपद सीतापुर वर्तमान पता किराये का मकान (प्रतिभा शुक्ला का) कृष्णा कालोनी रायपुर, थाना मडियाव
3- प्रियांशू मिश्रा निवासी सधनपुर, थाना अटरिया, जनपद सीतापुर वर्तमान पता मामा कालोनी, फैजुल्लागंज, थाना मडियांव

 

 

 

 

बारामद दवाएं

1- Cap Lycodox (MARC), 1 Box 15 strip 90 Tab, Mucinac 600 mg (cipla), 10 strip 100 Tab, AToZ-Gold (ALKEM), 10 strip 300 tab, Rapilif-D 8 New 3 Box 300 Tab, Gemcal-D3 (ALKEM) 1350 Tab, Syrup Uprise-D3-60K (ALKEM) , 14 Box (56 Syrup), Foracort 400 Rotacaps (Cipla Ltd) 10 Box (10X30 capsules=300 Capsules), TELMIKIND-AM (Mankind) 5 Box (30 StripX10=300 Tablets), Seroflo 250 inhaler 17 pieces/Boxes, Dutalfa 0.5 mg/10mg 01 Box (10 stripesX20-Tab/Cap=200 Tab/Cap), Merrobe injection 1g (Glenmark) 01 Box (10 units), Tab Dirifa 400 mg (ABBOTT) 01 Box (10 stripx10 tablets= 100 tablets), Cap- Dutas T 0.4 mg/0.5mg (Dr.Reddy Lab ltd) 05 Box (05 stripx15Cap= 75 Cap), Tab Calten D-500 (Ipca lab ltd) 04 Box (20 stripx15 tablets= 300 tablets), Tab Chymoral Fort (Torrent Pharma ltd) 02 Box (19 stripes X 20 Tab=380 tab), Tab Turbovas-F (MICRO Labs Ltd) 01 Box (10 stripx10 tablets= 100 tablets), Cap-VIZYLAC RICH (Torrent Pharma ltd) 02 Box (02 stripx10 tablets= 20 tablets), Tab Bispec-5 (Dr. Reddy”s) 02 Box (20 Strip X 15 Tab= 300 Tab), Seroflo 250 Rotacaps 22 pieces/Boxes, Tab Calten D-500 (Ipca lab ltd) 03 Box (15 stripx15 tablets= 225 tablets), HCQS-300 (Ipica Lab Ltd) 02 Box (20 stripesX 10Tab= 200 Tab), Nicoduce 5 (Abbott lab ltd) (4 Box X 10 = 40 Pieces), Febustat 40 (Abbott) 02 Box(30 Stripes =450 Tab), Lanum (Larenon lab ltd) 04 Box (40 stripesX 10 Tab= 400 Tab), Urimax-D (Cipla lab ltd) 01 Box (10 stripesX 15 Tab= 150 Tab), Tab Melmet 1000SR (MICRO lab ltd) (10 stripes X 15Tab= 150 Tab), Urimax 0.4 Capsules (28 StripsX20 Capsules=560 capsules), Dytor 20 (Cipla lab ltd) 01 Box (42 stripesX 15Tab= 630 Tab)
2- 03 अदद मोबाईल फोन,
2- एक अदद आईडी कार्ड केजीएमयू
3- 02 अदद एटीएम कार्ड
4- एक अदद स्कूटी यूपी 32 एमआर 6652
5- एक अदद पेन कार्ड
6- एक अदद मोटरसाईकिल
7- एक अदद आधार कार्ड
8- नगद 3860 रूपये मात्र
9- सरकारी मेडिसिन तीन बडे थैले मे (कीमत लगभग दो)
गिरफ्तारी नियाज फ्लावर मर्चेन्ट के सामने रोड पर निकट चौक ओवर ब्रिज फूल मण्डी, चौक से की गयी।

विगत काफी दिनों से एसटीएफ को मरीजों के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में स्थापित कम कीमत की फार्मेसी दुकानों की दवाओं को गलत तरीके से बाजार में ऊँची कीमत पर बेचने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके क्रम में अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, लखनऊ द्वारा उपनिरीक्षक वीरेन्द्र यादव के नेतृत्व में एसटीएफ मुख्यालय में एक टीम का गठन कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि लखनऊ में एक गिरोह सक्रिय है, जो सरकारी अस्पतालों की कम कीमत की दवाओं के रैपर पर लिखी सरकारी मोहर को कूटरचित कर शहर के विभिन्न मेडिकल स्टोर पर ऊँची कीमत पर बेच कर धनार्जन कर रहे हैं। इस गिरोह के कुछ सदस्य लखनऊ शहर के नीबूं पार्क के पास आकर सरकारी अस्पतालों की फार्मेसी की दवाओं का लेन-देन करने वाले हैं। अगर आप लोग जल्दी करें तो पकड़ सकते हैं।
मुखबिर की सूचना पर तत्काल उ.नि. विरेन्द्र सिंह यादव, मय हमराही हे.का. राजेश मौर्य, हे.का. अन्जनी यादव, हे.का. सन्तोष सिंह, हे.का. अशोक कुमार गुप्ता, का. अशोक राजपूत, का. विजय वर्मा, का. कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, चालक विष्णु कुमार सिंह, चालक का. रईस अहमद की एक टीम गठित कर ड्रग इन्सपेक्टर सौरभ दुबे व निलेश शर्मा को साथ लेकर मुखबिर के बताये गये स्थान पर पहुँच कर उसकी निशादेही पर उपरोक्त अभियुक्तों को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी।
गिरफ्तार अभियुक्त रजनीश कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में रिवाल्विंग फंड (एचआरएफ) की फार्मेसी दवा की दुकान पर आउटसोर्स संविदा पर फार्मेसिस्ट सेल्समैन का काम पिछले तीन वर्षों से कर रहा है।
केजीएमयू के एचआरएफ फार्मेसी दवा की दुकान पर केजीएमयू के रजिस्टर्ड मरीजों को 50-60 प्रतिशत छूट पर बिक्री की जाती है। मरीजों के रजिस्टर्ड नम्बर की जानकारी करके उनके नाम पर वह तथा केजीएमयू के अन्य फार्मेसी दवा दुकानों पर तैनात उसके कई साथी छूट की दवाओं जिन पर for KGMU, HRF only लिखा रहता है, को अपने साथियों नितिन बाजपेयी, प्रियांशु मिश्रा, सूरज मिश्रा, सुग्रीम वर्मा के सहयोग से for KGMU, HRF only को मिटाकर इनको सुग्रीम वर्मा की मदद से मेडिकल स्टोरों को उनका 30 प्रतिशत कमीशन रखते हुए बेंच देते हैं, जिसे वह आगे पूरी कीमत पर बेचकर धनार्जन कर आपस में बांट लेते हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने मजीद पूछताछ पर बताया कि केजीएमयू मेें ट्रामा सेन्टर एचआरएफ की दवा दुकान पर तैनात महेश प्रताप सिंह तथा अनूप मिश्रा प्लास्टिक सर्जरी, केजीएमयू, एच आर एफ की दवा दुकान पर तैनात देवेश मिश्रा, गांधी वार्ड, केजीएमयू, एचआरएफ की दवा दुकान के उदय भान एवं हमशे प्रियांशु मिश्रा का बड़ा भाई सूरज मिश्रा भी हम लोगों के साथ यही कार्य करते हैं तथा प्राप्त धन को आपस मे हम लोग बांट लेते हैं। हम लोग यह कार्य पिछले 03-04 वर्षों से करके धन कमा रहे हैं। केजीएमयू व एचआरएफ की दवा दुकानों पर तैनात हमारे उपरोक्त साथी इस प्रकार हड़पी गयी दवाओं को अन्य मरीजों की UHID रजिस्टर्ड नम्बर रिकार्ड मेन्टेन कर देते हैं।

 

 

पूछताछ पर प्रकाश में आये अन्य अभियुक्तों के गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों को कोतवाली चौक, कमिश्नरेट लखनऊ में उनके विरूद्ध धारा 409/420/467/468 एवं 471 भादवि का अभियोग पंजीकृत कराया जा रहा है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।

Previous articleलोहिया संस्थान : ऑनलाइन घोटाले में डाटा ले गई ऑडिट टीम
Next articleअप्लास्टिक एनीमिया में होम्योपैथिक दवा  संभव : डॉ.एके द्विवेदी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here