लखनऊ। दुर्लभ बीमारी हीमैटोहाइड्रोसिस (खूनी पसीना) को होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से ठीक किया जा सकता है। इस बीमारी में पसीने की जगह ब्लड निकलता है। इस दुर्लभ बीमारी का इलाज होम्योपैथी में कम खर्च में किया जा सकता है। यह दावा होम्योपैथी विशेषज्ञ डा. ए के द्विवेदी ने पत्रकार वार्ता में किया। उनका कहना है कि उनकी इस सफ लता को रिसर्च जनरल में प्रकाशित भी किया गया है।
डा. ए के द्विवेदी ने बताया कि इंदौर में उनके पास 17 वर्षीय एक लड़की आयी। यह लड़की दुर्लभ बीमारी हीमैटोहाइड्रोसिस (खूनी पसीना) से पीड़ित थी। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें पसीने की जगह खून निकलता है।
उन्होंने बताया कि लड़की के परिजनों ने बताया कि कई जगह एलोपैथी से इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। तब डॉ. ए. के. द्विवेदी ने होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से लड़की का सफल इलाज किया। उन्होंने कहा कि कम खर्च में ही इस दुर्लभ बीमारी से छुटकारा दिलाने के बाद, उनकी इस सफलता को रिसर्च जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
ज्इसके अलावा इसी बीमारी से पीड़ित झारखंड के एक बच्चे ने भी दस महीने तक होम्योपैथिक चिकित्सा से इलाज कराया। अब वह पूरी तरह से ठीक है।
्ब्च्च के पिता जी के अनुसार पिछले 6 महीनों से उसमें कोई ब्लड नहीं आया है। और अब वह हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई भी सफलता से जारी रखे हुए है। पहले परिजन इस अनोखी बीमारी से घबराए हुए थे।