स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर फार्मासिस्ट व कर्मचारी आक्रोशित, आंदोलन को तैयार

0
2639

लखनऊ। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने रविवार को मेरठ में स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार ना रोक पाने के लिये कर्मचारियों और फार्मेसिस्ट को जिम्मेदार बताते हुये पत्रकार वार्ता में यह बयान दिया। इस बयान कर्मचारी व फार्मासिस्ट आक्रोशित हो गये है। उनका अारोप है कि किसी भी समूह को भ्रष्टाचारी बताना उस समूह के साथ अन्याय है। इस बयान के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए अन्यथा की स्थिति में कर्मचारी उनके विरुद्ध आंदोलन करेगा ।

Advertisement

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री अतुल मिश्र ने सोमवार को कहा कि अगर किसी भी समाज का कोई एक व्यक्ति अनैतिक कार्य मे लिप्त हो तो समूह को उसके लिये जिम्मेदार नही ठहराया जा सकता । स्वास्थ्य मंत्री ने पूरे कर्मचारी समाज का अपमान किया है, इस बयान के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए अन्यथा की स्थिति में कर्मचारी उनके विरुद्ध आंदोलन करेगा ।

अतुल मिश्र ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने बाबुओं और फार्मेसिस्ट को भ्रष्टाचारी बताया है, जबकि विभाग में भ्रष्टाचारी ऊपर से व्याप्त है , सरकारी नीतियों में तमाम अनुपयोगी बदलाव कर स्वास्थ्य मंत्री ने खुद अस्पतालों को निजीकरण के मुहाने पर खड़ा किया है, आज अस्पतालों में रेट कॉन्ट्रैक्ट ना होने से दवाओं का अकाल बना हुआ है। सरकारी अस्पतालों के अंदर जान बूझकर प्राइवेट दवा की दुकानें खोली गई हैं, जोकि गलत हैं ।

श्री मिश्र ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कर्मचारियों को उपलब्ध कराने वाली ब्लैक लिस्टेड कम्पनी अवनी परिधि को पुनः उसको कार्य दिया गया। पीओसिटी के माध्यम से इसी सरकार में सभी पैथोलोजिकल जांच करवाई जा रही हैं, जिसमे लैब टेक्नीशियन की जगह अप्रशिक्षित लोगों को रखा गया है, जिसकी वजह से रिपोर्ट गलत आने के कारण डाक्टरों को इलाज करने में कठिनाई हो रही हैं और उन्हें बाहर की पैथोलॉजी से पुष्टि करानी पड़ रही है।
परिषद के प्रमुख उपाध्यक्ष एवं फार्मेसिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव ने स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि फार्मेसिस्ट किससे नेक्सस बना सकता है।

प्रदेश की ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं फार्मेसिस्ट द्वारा ही संचालित हो रही है । प्रदेश का फार्मेसिस्ट पूरे मनोयोग से जनता की सेवा में लगा है । फार्मेसिस्ट को कोई भी वित्तीय फैसले लेने का अधिकार नही है अतः फार्मेसिस्ट को भ्रष्टाचार का कारण बताकर मंत्री जी ने पूरे समाज का अपमान किया है । मंत्री के बयान से कर्मचारी आहत है , अगर स्वास्थ्य मंत्री ने अपने बयान पर माफी नही मांगी तो परिषद आंदोलन के लिये बाध्य होगा ।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous article14 वां दीक्षांत समारोह आज मनायेगा केजीएमयू
Next articleसरकारी अस्पताल में वीआईपी ट्रीटमेंट का प्रोटोकाल नही ….

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here