लखनऊ । स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि स्कू ल व कालेजों के माध्यम से स्वाइन फ्लू का संक्रमण सबसे ज्यादा बच्चों से बढ़ रहा है। सर्दी जुकाम व हल्के बुखार के बाद भी बच्चों को स्कू ल भेजा जा रहा है आैर स्कूूल भी उन्हें वापस नहीं भेजता है। आंकड़ों के अनुसार कु ल स्वाइन फ्लू की संख्या में पीड़ित बच्चों की संख्या 33. 46 प्रतिशत है। उसका कहना है कि स्कू लों में प्रार्थना सभा पर रोक लगा देनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग के स्वाइन फ्लू प्रभारी व डिप्टी सीएमओ डा. सुनील रावत ने बताया कि स्वाइन फ्लू के आंकड़ों को देखा जाए तो उसमें बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। तीन से 18 वर्ष तक के बच्चे स्वाइन फ्लू की चपेट में है। जब जानकारी एकत्र की तो पता चला कि काफी संख्या में बच्चे स्कूल भी जाते पाये गये, जिन्हें बाद में पता चला कि जब स्वाइन फ्लू पाजिटिव आया। इससे पहले वह संक्रमण फैला चुके थे। अभिभावकों को चाहिए था कि उन्हें स्कूल न भेजे। इसी प्रकार स्कू ल प्रशासन की जिम्मेदारी थी कि सर्दी जुकाम पीड़ित बच्चों को स्कूल से बिना मेडिकल के वापस भेज देते।