लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में स्वाइन फ्लू के इलाज में लापरवाही बरतने पर मौत होने का आरोप परिजनों ने लगाया है। परिजनों का आरोप है कि यह महिला मरीज पहले निजी अस्पताल में भर्ती थी। वहां पर स्वाइन फ्लू पाजिटिव आने पर केजीएमयू के ट्रामा सेंटर रेफर दी गयी। परिजनों का कहना है कि महिला को ट्रामा सेंटर में काफी देर भर्ती करने के बाद गांधी वार्ड भेजा रहा था। रास्ते में उसकी मौत हो गयी।
यह तब हुआ जब शनिवार से ट्रामा सेंटर में छह बिस्तर इमरजेंसी स्वाइन फ्लू मरीजों के लिए रिजर्व कर दिये गये है। इस मौत के बाद राजधानी में तीन मौत स्वाइन फ्लू से हो जाती है। इसके अलावा केजीएमयू व पीजीआई से मिली रिपोर्ट के आधार पर आज राजधानी में 16 नये मरीज स्वाइन फ्लू के पाजिटिव हो गये है।
गोसाईगंज के गंगागंज निवासी 40 वर्षीय महिला को बुखार व जुकाम होने पर परिजन गोमती नगर के निजी अस्पताल में इलाज कर रहे थे। यहां पर स्वाइन फ्लू पाजिटिव आने पर मरीज को केजीएमयू रेफर कर दिया। परिजनों का आरोप है कि ट्रामा सेंटर में भर्ती कराने के बाद काफी देर तक यह तय नहीं हो पा रहा था कि मरीज का इलाज कहां पर होगा। जब कि सेंटर में स्वाइन फ्लू के मरीज के इमरजेंसी इलाज की व्यवस्था का दावा किया गया है।
परिजनों का कहना है कि काफी देर बाद इलाज के लिए गांधी वार्ड जाने के लिए रेफर कर दिया गया। जब कि हालत गंभीर होने पर सेंटर में ही इलाज के लिए अनुरोध किया जा रहा था। गांधी वार्ड ले जाते वक्त मरीज की मौत हो गयी।