लखनऊ। भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक ही नहीं लोगों को परेशान कर रहा है, बल्कि जंक फूड व असंतुलित भोजन से भी लोगों को पेट भी खराब हो रहा है। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में लगातार दस्त, पेट में मरोड़न, दर्द आदि के मरीज मिल रहे है।
डाक्टरों को बातचीत के आधार पर पता चलता है कि जंक फूड, पानी के बताशे, गन्ने का रस आदि का सेवन करने के बाद दिक्कत होना शुरू हुई। डाक्टरों का कहना है कि ऐसा नही है कि ओपीडी में पहुंचने वाला मरीज पहले से स्थानीय स्तर पर अपना इलाज कर चुका होता है। इसके बाद भी हालत में सुधार न होने पर ओपीडी पहुंचता है या ज्यादा तबियत बिगड़ने पर इमरजेंसी।
मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डाक्टर कौसर उस्मान का मानना है कि ज्यादातर युवा बर्गर, चाऊमीन आदि जंक फूड को खाते है। अक्सर यह लोग कोल्ड ड्रिक के साथ खाते है। बाद में एसीडिटी आदि की शिकायत होने लगती है। गर्मी में खाने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। दही, मठ्ठा, रायता आैर हल्का खाना लेना चाहिए।
गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डा. सुमित रूगंटा बताते है कि भीषण गर्मी में कहने को हल्का के तौर पर पानी के बताशे, टिक्की, गन्ने का रस आदि का सेवन कर लेते है, लेकिन कौन किस क्वालिटी से बना है। इस पर भी निर्भर क रता है। अक्सर लोगों को लिवर संक्रमण की शिकाय हो रही है। लोगों को गर्मी में फाइबर वाले खाद्य पदार्थ का सेवन जरूर करना चाहिए। दिक्कत होने पर डाक्टर की सलाह पर ही दवा का सेवन करें। अक्सर लोगों के परामर्श पर ही दवा का सेवन कर लेते है। इससे आैर दिक्कत बढ़ जाती है।