लखनऊ । राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के सभागार में आयोजन किया गया, इसमें राज्य कार्यक्रम अधिकारी डा. आलोक कुमार कहा कि किशोरों को तम्बाकू सेवन की ओर आकर्षित न होने देना एक सच्चा प्रयास होगा। राज्य सलाहकार सतीश त्रिपाठी ने बताया कि सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम संबंधित विषय पर जानकारी दी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जीएस बाजपेयी ने कहा कि टीम के प्रयासों से जिलाधिकारी ने समस्त मतदान केन्द्रों को धूम्रपान-मुक्त घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा कि ‘ईश्वर ने मुॅह अच्छी बाते बोलने के लिये, अच्छा भोजन किये जाने के लिए प्रदान किया है, तम्बाकू नामक विष का सेवन कर कैंसर जैसी बीमारी लेने के लिये नहीं प्रदान किया है।” कार्यक्रम के अन्त में डा. जीके कुरील की नेतृत्व में सभी प्रतिभागियों ने तम्बाकू सेवन न करने की एवं तम्बाकू के विरूद्ध कार्यवाही करने की शपथ ग्रहण की।
स्वयं-सेवी-संगठनों को दिये गये निर्देश :-
- प्रत्येक जनपद में प्रतिवर्ष 70 विद्यालयों में कार्यक्रम किये जायेगे।
- प्रत्येक जनपद में प्रतिवर्ष 35 सरकारी 35 प्राईवेट एवं 10 डिग्री कालेज, महाविद्यालय, विश्वविद्यालयों में किये जाने है कार्यक्रम।
- शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू-मुक्त क्षेत्र घोषित किये जाने के प्रयास किये जाये।
- विद्यार्थियों को तम्बाकू की ओर आकर्षित होने से बचाने एवं जागरूक किये जाने के प्रयास हो।
- मासिक करनी होगी रिपोर्टिग।
- चरणबद्ध सम्पूर्ण जनपद को तम्बाकू मुक्त किये जाने के लिए प्रयास किया जाय।