लखनऊ। शासनादेश पर लागू न होने से किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के नाराज कर्मचारियों ने वित्त नियंत्रक का घेराव कर प्रदर्शन किया। दो घंटे तक उन्हें कमरे में बंधक बनाए रखा। इस दौरान वह बाहर नहीं निकलने दिया। इसकी वजह से वह कई बैठकों में भी नहीं जा सके।
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केजीएमयू कर्मचारी परिषद के नेतृत्व में सैकड़ों कर्मचारी करीब बारह बजे वित्त नियंत्रक कार्यालय पहुंचे। वित्त नियंत्रक विनय कुमार राय कमरे में मौजूद अपना काम कर रहे थे। बाहर कर्मचारियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कर्मचारियों को बुलाया और समझाने लगे, लेकिन कर्मचारी नहीं शांत हुए और नाराज कर्मचारियों का हंगामा बढ़ता गया। इस दौरान वित्त नियंत्रक कमरे से बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। परन्तु कर्मचारियों ने उन्हें बाहर ही नहीं निकलने दिया। लगभग दो घंटे तक वह कमरे में ही बंद रहे।
कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष प्रदीप गंगवार के मुताबिक दो घंटे तक वित्त नियंत्रक को बाहर नहीं निकलने दिया गया। उन्होंने कहा कि जब शासन ने कर्मचारियों के सात कैडर के पुर्नगठन का आदेश जारी किया। परन्तु केजीएमयू अधिकारी अपना ही नियम कानून बनाए रखे है। एक वर्ष बाद भी कर्मचारियों के कैडर के पुर्नगठन पर कोई निर्णय नहीं कर पाये हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। कर्मचारियों को पीजीआई के समान वेतन-भत्ते नहीं मिल पा रहे हैं। इसी प्रकार बड़ी संख्या में कर्मचारियों के कैडर का पुर्नगठन बाकी है। लगभग दो बजे कर्मचारियों ने आन्दोलन समाप्त किया। उसके बाद ही कामकाज सामान्य हो सका।