लखनऊ। राजधानी में बाहर से आने वाले यात्रियों से कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। शनिवार को पांच लोगों में संक्रमण मिला है। इनमें दो संक्रमित मरीज दिल्ली से राजधानी पहुंचे है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण से एक मरीज ठीक हो गया है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के 38 सक्रिय मरीज है। स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजधानी में आरटीपीसीआर की जांच की संख्या को ज्यादा करने के निर्देश दिये गये है। इसके अलावा राजधानी में मिले सभी कोरोना संक्रमित मरीजों की जीनोम सिक्वेसिंग जांच करायी जा रही है। बाहर से आने वाले यात्रियों के संक्रमित मिलने के बाद लगातार उनकी निगरानी स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। इसके अलावा सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम ज्यादा हो रही है। शुक्रवार को दस मरीज संक्र मित मिलने के बाद शनिवार को पांच मरीज कोरोना संक्रमित मिले है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सबसे ज्यादा खतरा बाहर से आने वाले यात्रियों से है। इस लिए आने वाले यात्रियों की अभी रेंडम जांच करायी जा रही है। इसके अलावा अपील की जा रही है। बाहर से आने वाले यात्री सर्दी जुकाम या अन्य कोई लक्षण मिलता है तो तत्काल आरटीपीसीआर की जांच कराये। इसके अलावा कोरोना संक्रमित मरीज के सम्पर्क में आने वाले पचास लोगों की जांच करायी जा रही है। शनिवार को चिनहट में दो, अलीगंज में एक, एकके रोड में एक, रेडक्रास क्षेत्र में एक कोरोना संक्रमित मिले है।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के कई जिलों में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। सबसे ज्यादा मरीज दिल्ली से सटे जनपदों में बढ़ रहे हैं। इनमें गौतमबुद्ध नगर, नोएडा आदि जिलों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने का निर्देश दिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि अभी करीब 38 सक्रिय मरीज लखनऊ में हैं। अब 12 हजार जांच प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस बारे में सभी अस्पतालों को सूचना भेज दी गई है।