लखनऊ। राजधानी में बिना लाइसेंस दवा बिक रही है, उसका खुलासा आज जानकीपुरम में एक दवा की दुकान में छापामाररी में हुआ । दुकान बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर का संचालन करता हुआ फार्मासिस्ट पकड़ा गया है। एफएसडीए की टीम ने बरामद 70000 कीमत की दवाएं सीज कर दी है। इसके अलावा 4 दवाओं के नमूने लेकर जांच के लिए भेजा है।
राजधानी में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ ही एफएसडीए को भी निरीक्षण का निर्देश दिया गया है । मंगलवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार एवं माधुरी सिंह मंगलवार दोपहर निरीक्षण के लिए जानकीपुरम सेक्टर जी स्थित मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। यहां दुकान पर हरी क्लीनिक एवं हरी मेडिकल का बोर्ड लगा था। इस बोर्ड पर दो डॉक्टर के नाम भी लिखे हुए हैं। इसमें एक डॉक्टर की डिग्री एमबीबीएस दर्ज थी और दूसरे डॉक्टर की बीएएमएस लिखी हुई है। जाट के दौरान दुकान में मिले राधेश्याम सिंह ने खुद को पंजीकृत फार्मासिस्ट बताया। उसने अपना पंजीकरण संख्या 37 503 दिखाते हुए बताया कि वह जानकीपुरम के निवासी हैं।
टीम ने मेडिकल स्टोर संचालन संबंधी लाइसेंस मांगा। ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ने बताया कि राधेश्याम सिंह दवा बिक्री संबंधी लाइसेंस नहीं दिखा सके। इस पर दुकान को सील कर दिया गया है। दुकान में करीब 70000 से अधिक की दवा बरामद की गई हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन सामग्री अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है।